दिल्ली में इन दिनों शराब पर सियासत गर्म है. शराब घोटाले को लेकर बीजेपी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच तलवारें खिंची हैं. जहां एक तरफ पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कथित शराब घोटाले के मामले में जेल में बंद हैं तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन लगभग एक साल से जेल से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं. इन सबके बीच AAP का 'मिशन इलेक्शन' जारी है.
दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी गुजरात विधानसभा चुनाव में अपने प्रदर्शन से गदगद है. आम आदमी पार्टी का फोकस अब मध्य प्रदेश पर है जहां इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी का ध्यान अब मध्य प्रदेश पर है.
भोपाल में केजरीवाल की बड़ी रैली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 14 मार्च को भोपाल में एक बड़ी रैली को संबोधित करने जा रहे हैं. इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहेंगे.आपको बता दें कि इस साल के अंत में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव संभावित है. वैसे तो मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में टक्कर होती रही.
दिल्ली के बाद पंजाब और गुजरात में प्रदर्शन को AAP मध्य प्रदेश में भी दोहराना चाहती है. इसलिए हाल ही में पूरे प्रदेश की कार्यकारिणी को भंग करने के बाद आम आदमी पार्टी अपने संगठन को मजबूत करना चाहती है. फिलहाल मध्य प्रदेश में बीजेपी सत्ता पर काबिज है और अभी तक चुनाव में उसका मुख्य मुकाबला कांग्रेस से ही होता रहा है.
नगर निगम में जीता था आप ने मेयर का चुनाव
जबलपुर पहुंचे आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संदीप पाठक ने बताया की जनता बीजेपी-कांग्रेस दोनों से त्रस्त हो गई है.अरविंद केजरीवाल की राजनीति ईमानदारी की है इसलिए इस बार चुनाव में मध्य प्रदेश की जनता AAP को मौका देने जा रही है. संदीप पाठक ने बताया कि 14 मार्च को अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान भोपाल आ रहे हैं और उनकी भोपाल में होने जा रही सभा के लिए हर संभाग में बैठक चल रही है. बता दें कि बीते दिनों हुए नगर निगम के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सिंगरौली में मेयर पद के चुनाव में जीत हासिल कर सबको चौंका दिया था. उसके बाद से ही आम आदमी पार्टी के हौसले मध्य प्रदेश में बढ़े हुए हैं.
सिसोदिया और जैन दे चुके हैं इस्तीफा
दरअसल, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को नई शराब नीति के लिए कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के मामले में कुछ दिन पहले ही सीबीआई ने अरेस्ट कर लिया था.सिसोदिया इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं करीब सालभर से जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. सिसोदिया और जैन के मामले को लेकर बीजेपी लगातार केजरीवाल सरकार पर हमले कर रही है और आगामी चुनाव में इस मुद्दे को और धार देने की तैयारी कर रही है.