दिल्ली में अगले साल के शुरुआती महीनों में नगर निगम का चुनाव होना है. ऐसे में सियासी दलों के बीच में दल-बदल का कार्यक्रम शुरू हो गया है. कांग्रेस के पाले में बड़ी सेंधमारी करते हुए आम आदमी पार्टी ने नॉर्थ दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता को ही झटक लिया. यह तब है जब पंजाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कांग्रेस के कई विधायक संपर्क में हैं, लेकिन हमें कचरा नहीं लेना है. मुकेश गोयल ने बताया कि 27 नवंबर को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की उपस्थिति में "आप" में शामिल होंगे.
कौन हैं मुकेश गोयल
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता और 25 साल से कांग्रेस के लगातार निगम पार्षद, निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष पद और निगम के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं. वह सराय पिपलथला से निगम पार्षद हैं. मुकेश गोयल ने कांग्रेस से इस्तीफा भी दे दिया है.
बीजेपी के पार्षदों को है टिकट कटने का डर
अगले साल निगम का चुनाव होना है. बीजेपी निगम के पार्षदों को डर है कि उनका टिकट न कट जाए. प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा ने साफ कह दिया है कि टिकट उसी को मिलेगी, जिसकी छवि साफ हो और जीतने की क्षमता भी हो. उन्होंने ज़ोर देकर ये भी कहा कि जिसे टिकट चाहिए, उसको नेताओं की गणेश परिक्रमा छोड़कर जनता के बीच जाकर काम करना चाहिए.
272 वार्ड वाले दिल्ली नगर निगम चुनाव में पिछली बार दिल्ली बीजेपी ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश देते हुए सभी पार्षदों का टिकट काट दिया था. इसका फायदा ये रहा कि एंटी इनकमबेंसी खत्म हो गई. 2017 के चुनावों में बीजेपी ने 181 वार्ड जीत लिए. उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) में 104-104 वॉर्ड हैं तो पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) सबसे छोटा है. इसमें में 64 वार्ड आते हैं.