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'स्मृति ईरानी ने किया राष्ट्रपति का अपमान, बिना शर्त माफी मांगें', अधीर रंजन चौधरी ने स्पीकर को लिखा पत्र

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपत्नी विवाद के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है और बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है.

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अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो)
अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो)

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर एक बयान दिया था जिसे लेकर संसद में हंगामा खड़ा हो गया था. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसदों ने अधीर रंजन के बयान को राष्ट्रपति का अपमान बताते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. अब अधीर रंजन चौधरी ने स्मृति ईरानी पर राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगा दिया है.

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अधीर रंजन चौधरी ने स्मृति ईरानी पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अपमान का आरोप लगाते हुए मांग की है कि इसके लिए वे बिना शर्त माफी मांगें. अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राष्ट्रपति या श्रीमती जैसे शब्दों का उपयोग किए बिना सदन में बार-बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का नाम लिया. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से स्मृति ईरानी सदन में बार-बार मैडम प्रेसिडेंट का नाम ले रही थीं, वह उचित नहीं था.

अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि स्मृति ईरानी का इस तरह से बार-बार मैडम प्रेसिडेंट को 'द्रौपदी मुर्मू' कहना राष्ट्रपति पद की गरिमा के अनुरूप नहीं था. उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने के लिए स्मृति ईरानी बिना शर्त माफी मांगें. अधीर रंजन चौधरी ने इसे लेकर लोकसभा स्पीकर को पत्र भी लिखा है.

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लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लिखे अपने पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने ये भी लिखा था कि उनकी हिंदी के कारण वे इस तरह का बयान दे गए थे. इसके लिए राष्ट्रपति से माफी भी मांगी थी लेकिन जिस तरह से स्मृति ईरानी ने बार-बार मैडम प्रेसिडेंट को द्रौपदी मुर्मू संबोधित किया. स्मृति ईरानी ने एकबार भी द्रौपदी मुर्मू के नाम से पहले राष्ट्रपति नहीं लगाया. यह राष्ट्रपति पद की गरिमा के खिलाफ है.

गौरतलब है कि अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर सदन में सोनिया गांधी का नाम उछाले जाने को लेकर भी विरोध जाहिर किया था. अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि राष्ट्रपत्नी वाले विवाद से सोनिया गांधी का कोई लेना-देना नहीं था. इसके बावजूद बीजेपी नेताओं ने बार-बार उनका नाम उछाला. उन्होंने बीजेपी नेताओं की ओर से सोनिया गांधी का नाम उछाले जाने वाले हिस्से को सदन की कार्रवाई से हटाने की भी मांग की थी.

(समाचार एजेंसी ANI के इनपुट के साथ)

 

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