दिग्विजय सिंह के बाद एक और कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा है. राशिद अल्वी ने दिग्विजय सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का कहना है कि उनके पास सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो है, तो वे ये वीडियो दिखाएं. अगर उनके पास वीडियो नहीं है, तो वे झूठ बोलने के लिए माफी मांगे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राशिद अल्वी ने कहा कि हमें अपनी फौज, सर्जिकल स्ट्राइक पर भरोसा है. फौज हमारा गुरूर है. हमें उस पर यकीन है. लेकिन बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सरकार कह रही है कि हमारे पास वीडियो है. तो दिग्विजय सिंह ने बस इतना कहा है कि वीडियो है तो दिखा दीजिए. अगर वीडियो नहीं है, तो माफी मांगिए. जब सरकार कहती है, हमारे पास वीडियो है. तभी ये सवाल उठता है.
फौज बीजेपी की आर्मी विंग नहीं- राशिद अल्वी
राशिद अल्वी ने कहा, हमारा सवाल सेना से नहीं है. सेना ने कभी इसे लेकर बयान नहीं दिया. लेकिन हमारा सवाल अमित शाह से है, जिन्होंने कहा कि 250-300 लोग मरे, अब सुषमा स्वराज हमारे बीच नहीं है, उन्होंने कहा था कि हमने ऐसी जगह स्ट्राइक की, जहां कोई न मारा जाए. हमारा सवाल यूपी के मुख्यमंत्री से है, वे कह रहे हैं कि 400 लोग मरे हैं. किस पर भरोसा करें, ये सब सरकार के लोग हैं. फौज बीजेपी की आर्मी विंग नहीं है. हमें फौज पर भरोसा है. हर देशवासी का घमंड है.
#WATCH | We've confidence in our security forces but can't trust BJP govt. Govt says it has video (of surgical strike) so what's wrong with Digvijaya Singh asking govt to show it? We're not asking for proof (of strike) but govt should show video it claims it has:Rashid Alvi, Cong pic.twitter.com/ULtlUyBgLJ
— ANI (@ANI) January 27, 2023
राशिद अल्वी ने कहा, दिग्विजय सिंह अगर पूछ रहे हैं कि वीडियो दिखाएं, तो इसमें कहां गलती है. हम कह रहे हैं कि हमें बस वीडियो दिखा दीजिए. कांग्रेसी नेता ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने अगर मांग की है कि पुलवामा मामले की जांच होनी चाहिए, तो इसमें क्या गलत है?
राहुल का बयान नहीं सुना- राशिद अल्वी
जब उनसे पूछा गया कि दिग्विजय सिंह के बयान से राहुल गांधी ने किनारा किया है. उन्होंने कहा कि हमें फौज पर भरोसा है और हमें कोई सबूत नहीं चाहिए. इस पर राशिद अल्वी ने कहा, राहुल का बयान न मैंने देखा और न सुना है. मैं उन पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता है. पार्टी के नेताओं पर अधिकार होता है कि वे अपनी बात रख सकें.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान पुलवामा में शहीद हुए थे. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पीएम मोदी से अनुरोध किया था कि सभी जवानों को एयरलिफ्ट किया जाए, लेकिन पीएम मोदी नहीं माने. ऐसी चूक कैसे हो गई? उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक किया गया, लेकिन सबूत नहीं दिखाया. ये (बीजेपी) सिर्फ और सिर्फ झूठ फैलाते हैं.
राहुल गांधी ने लगाई थी लताड़
हालांकि, राहुल गांधी ने दिग्विजय सिंह के बयान को निजी बताया था. राहुल ने कहा था, मैं उनके बयान से सहमत नहीं हूं. मुझे देश की आर्मी पर पूरा भरोसा है. अगर सेना कोई ऑपरेशन करती है, तो उसका सबूत देने की जरूरत नहीं है. राहुल ने कहा था कि दिग्विजय सिंह पार्टी से बडे़ नहीं है. हालांकि, जब उनसे पूछा गया था कि क्या कांग्रेस पार्टी दिग्विजय सिंह पर कोई कार्रवाई करेगी, तो इस पर राहुल ने कहा था कि कांग्रेस लोकतांत्रिक पार्टी है, ऐसे में हर नेता को अपनी बात रखने का अधिकार है. लेकिन उनका बयान पार्टी का बयान नहीं है.