scorecardresearch
 

JEE-NEET परीक्षा के आयोजन पर ओवैसी का तंज, छात्रों को दी ये सलाह

असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर छात्रों को बुरे दौर के लिए तैयार रहने की सलाह दी है. उन्होंने साथ ही यह उम्मीद भी जताई है कि अच्छी समझ विकसित होगी और जेईई-नीट की परीक्षा टाल दी जाएगी.

Advertisement
X
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटोः पीटीआई)
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटोः पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कहा- सरकार से सहानुभूति की उम्मीद पर मिलेगी निराशा
  • सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा पर रोक लगाने से किया इनकार

कोरोना वायरस महामारी के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) की परीक्षा कराए जाने की तैयारी में है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा परीक्षा पर रोक का आदेश देने से इनकार कर देने के बाद एनटीए परीक्षा संपन्न कराने की तैयारियों को अंजाम देने में जुटा है, वहीं इसे लेकर अब देश में सियासी तूफान खड़ा हो गया है.

Advertisement

दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी कांग्रेस के बाद अब ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने भी इस परीक्षा के आयोजन को लेकर सरकार पर हमला बोला है. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर छात्रों को बुरे दौर के लिए तैयार रहने की सलाह दी है. उन्होंने साथ ही यह उम्मीद भी जताई है कि अच्छी समझ विकसित होगी और जेईई-नीट की परीक्षा टाल दी जाएगी.

एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने छात्रों से कहा है कि अगर आप इस सरकार से सहानुभूति और निष्पक्षता की उम्मीद कर रहे हैं, तो आपको निराशा होगी. गौरतलब है कि इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई मेन का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक होना है. वहीं, मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का आयोजन 13 सितंबर तक होगा. देश भर में छात्र कोरोना और बाढ़ को देखते हुए परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं.

Advertisement

इस परीक्षा को टालने की मांग को लेकर छात्रों ने सोशल मीडिया पर सत्याग्रह शुरू किया है. छात्रों का कहना है कि परीक्षा के लिए आवेदन करते समय वे जिस शहर में थे, वहीं सेंटर डाल रखा था. लॉकडाउन के कारण वे हजारों किलोमीटर दूर हैं. अभी उनके लिए परीक्षा देने जा पाना संभव नहीं है. कई छात्रों ने बाढ़ के कारण आवागमन की समस्या को भी अपनी मांग की वजह बताया है.

बता दें कि राजनीतिक दल कोरोना संक्रमण के महज 500 मामले सामने आने पर लॉकडाउन लगाने और परीक्षा स्थगित करने का हवाला देते हुए अब लगभग 30 लाख संक्रमण के मामले होने पर परीक्षा के आयोजन पर सवाल उठा रहे हैं. बता दें कि पिछले दिनों कुछ छात्रों ने जेईई और नीट की परीक्षा आयोजित किए जाने के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. छात्रों की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा पर रोक लगाने का आदेश देने से इनकार कर दिया था.

Advertisement
Advertisement