उत्तर प्रदेश में रामजान के महीने में इफ्तार पार्टी को लेकर सियासत जोरों पर देखने को मिलती है. लगभग हर सियासी दल के नेता इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं, लेकिन अब तक सपा की इफ्तार पार्टी नहीं हुई है. हालांकि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश कई रोजा इफ्तार में नजर आए हैं.
शनिवार को अवध क्लार्क होटल में आयोजित इफ्तार पार्टी में अखिलेश यादव पहुंचे. इस दौरान अखिलेश ने आजम खान को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि हम आजम खान के साथ हम हैं. आगे अखिलेश ने कहा कि स्पीकर का मुद्दा पहले भी रहा है. अब क्यों मुद्दों को भटकना चाहते हैं. उत्तर प्रदेश में ला एंड ऑर्डर का मुद्दा है, कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. इसे सरकार देखे, लगातार हत्या हो रही है, अपराधी बेलगाम हैं.
रोज़ा इफ़्तार। pic.twitter.com/sT3zvK6tMh
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 30, 2022
आजम खान को लेकर अखिलेश का बयान इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि क्योंकि हाल ही में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने आजम खान से सीतापुर जेल में मुलाकात की थी. शिवपाल यादव ने उनकी रिहाई न होने के लिए अखिलेश से लेकर मुलायम सिंह तक को जिम्मेदार ठहरा दिया था. इसके बाद ये चर्चाएं शुरू हो गई थीं कि अखिलेश-आजम में ठीक नहीं चल रहा है.
शिवपाल ने कहा था कि आजम खान सपा के संस्थापक सदस्य थे तो उनके ऊपर हो रहे जुल्म के खिलाफ समाजवादियों को लोकसभा और विधानसभा में आवाज उठानी चाहिए थी. नेताजी मुलायम सिंह यादव को आजम खान की रिहाई के लिए भी धरने में बैठना चाहिए था. पूरा देश जानता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी का सम्मान करते हैं. ऐसे में अगर नेताजी आंदोलन में शामिल होते तो जरूर आजम खान के साथ न्याय होता.
कहा जा रहा है कि शिवपाल ने यह कह कर आजम खान के विश्वास को जीतने की कवायद की है, क्योंकि आजम खेमे से भी यही बात उठ रही है. ऐसे में आजम खान के बहाने शिवपाल सपा के मुस्लिम वोटबैंक का विश्वास हासिल करने का दांव चल रहे हैं ताकि अखिलेश के सामने मजबूत चुनौती पेश कर सकें.
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