दिल्ली के जहांगीरपुरी में हिंसा (Jahangirpuri Violence) के बाद अवैध अतिक्रमण पर चलने वाले बुलडोजर ने देश के सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. दिल्ली में बीजेपी शासित एमसीडी की इस कार्रवाई पर विपक्षी पार्टियां सवाल खड़े कर रही हैं. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh yadav) ने इस मामले पर बीजेपी पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी को कमल का फूल नहीं बल्कि बुलडोजर को अपना प्रतीक चिन्ह बना लेना चाहिए.
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'बीजेपी ने बुलडोजर को अपनी गैरकानूनी ताकत दिखाने का प्रतीक बना लिया है. मुसलमान व अन्य अल्पसंख्यक, पिछड़े व दलित इनके निशाने पर हैं. अब तो इनके उन्माद का शिकार हिंदू भी हो रहे हैं. बीजेपी दरअसल संविधान पर ही ये बुलडोजर चला रही है. बीजेपी बुलडोजर को ही अपना प्रतीक चिन्ह बना ले.'
'नफरत का बुलडोजर चलाना बंद करिए'
अखिलेश के साथ ही कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा बुलडोजर चलाने और सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी कार्रवाई जारी रखने पर आपत्ति जताते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मोदी जी, महंगाई का दौर चल रहा है. इस दौरान बिजली कटौती से छोटे उद्योग धराशायी हो जाएंगे. जिससे भविष्य में नौकरियों का और नुकसान होगा. इसलिए नफरत के बुलडोजर बंद करो और बिजली संयंत्रों को चालू करो'.
दिल्ली के जिस इलाके में शनिवार (16 अप्रैल) को दो समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी, बुधवार को वहां बुलडोजर चला है. दिल्ली एमसीडी के अधिकारियों ने दुकानों को अवैध निर्माण बताते हुए यह कार्रवाई की है. एमसीडी की इस कार्रवाई के थोड़ी ही देर बाद सुप्रीम कोर्ट ने यथास्थिति का आदेश दिया. बिना नोटिस दिए अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को अवैध बताते हुए जहांगीरपुरी के कुछ निवासियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इसे सुनते हुए चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. कोर्ट ने कहा है कि वह कल इस मामले की सुनवाई करेगा.
16 अप्रैल को जहांगीरपुरी में हुई थी हिंसा
16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में एक मस्जिद के सामने से गुजर रही हनुमान जयंती शोभा यात्रा पर पथराव की घटना हुई थी. घटना के दौरान भीड़ की तरफ से गोली भी चली, जिसमें कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस मामले में पुलिस अब तक 26 आरोपियों को हिरासत में ले चुकी है.
जहांगीरपुरी जैसी हिंसा-दंगे कैसे रोके जाएं, किरण बेदी ने दिए ये 7 सुझाव