केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है. केरल में राहुल गांधी द्वारा बिना नाम लिए अमेठी पर दिए गए बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आड़े हाथों लिया.
दरअसल, राहुल गांधी ने त्रिवेंद्रम में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं 15 साल तक उत्तर भारत में सांसद था. मुझे एक अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी. मेरे लिए केरल आना बेहद नया था क्योंकि मुझे अचानक लगा कि यहां के लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं और जमीनी तौर पर मुद्दों के विस्तार में जाने वाले हैं.
उनके इस बयान पर स्मृति ईरानी ने उन पर तीखा हमला बोला. केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करके लिखा- 'एहसान फरामोश! इनके बारे में तो दुनिया कहती है- थोथा चना बाजे घना.' बता दें कि लोकसभा चुनाव- 2019 में कांग्रेस के गढ़ अमेठी में राहुल गांधी पटखनी दी थी. राहुल के इस बयान पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें घेरा.
एहसान फरामोश!
— Smriti Z Irani (@smritiirani) February 23, 2021
इनके बारे में तो दुनिया कहती है -
थोथा चना बाजे घना। https://t.co/3jsNYn6IPq
सीएम योगी ने ट्वीट करके लिखा- 'श्रीमान राहुल जी, सनातन आस्था की तपस्थली केरल से लेकर प्रभु श्री राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश तक सभी लोग आपको समझ चुके हैं. विभाजनकारी राजनीति आपका राजनीतिक संस्कार है. हम उत्तर या दक्षिण में नहीं, पूरे भारत को माता के स्वरूप में देखते हैं.'
श्रीमान राहुल जी,
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 23, 2021
सनातन आस्था की तपस्थली केरल से लेकर प्रभु श्री राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश तक सभी लोग आपको समझ चुके हैं।
विभाजनकारी राजनीति आपका राजनीतिक संस्कार है।
हम उत्तर या दक्षिण में नहीं, पूरे भारत को माता के स्वरूप में देखते हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले उत्तर भारत को कांग्रेस मुक्त कर दिया, अब दक्षिण को चले हैं. हमारे और जनता के लिए पूरा देश एक है. कांग्रेस भारत को उत्तर और दक्षिण में बांटना चाहती है, जनता ऐसे प्रयासों को सफल नहीं होने देगी.
राहुल ने केंद्र सरकार पर साधा था निशाना
त्रिवेंद्रम में राहुल गांधी ने कहा था कि 4 लोग केंद्र सरकार को चला रहे हैं. प्रधानमंत्री ने नोटबंदी कर गरीब लोगों की जेब से पैसा लिया. पिछले 6 सालों में रोजगार पैदा करने वाले क्षेत्र की रीढ़ तोड़ दी गई. वहीं, व्यापरियों को नोटबंदी और GST से भी फायदा नहीं हुआ.