लोकसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं. पहले बंगाल में ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. फिर हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से झारखंड में गठबंधन को झटका लगा और अब यूपी में भी सपा-आरएलडी गठबंधन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. कारण, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी के NDA से गठबंधन की चर्चाओं का बाजार गर्म है. शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को मोदी सरकार द्वारा भारत रत्न देने के ऐलान के बाद इस पर मुहर लगती नजर आ रही है. जयंत चौधरी ने दादा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
इस बीच जब उनसे BJP के साथ हाथ मिलाने को लेकर सवाल पूछा गया तो जयंत ने गठबंधन पर मुहर लगाते हुए कहा,'अब में किस मुंह से इनकार करूं.' हालांकि बीजेपी और आरएलडी के साथ आने का आधिकारिक ऐलान होना बाकी है. बताया जा रहा है कि एक से दो दिन में इसकी घोषणा कर दी जाएगी.
25 महीने पुराना वीडियो वायरल
इस बीच आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी का करीब 25 महीने पुराना एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. ये कोई और नहीं बल्कि जयंत चौधरी का यूपी विधानसभा चुनाव से पहले हुई एक सभा का वीडियो है, जिसमें जयंत बीजेपी के साथ जाने से इनकार करते हुए कह रहे हैं, 'मैं कोई चवन्नी थोड़ी हूं, जो पलट जाऊंगा.' जयंत के इस वीडियो को लेकर अब बीजेपी संग आरएलडी गठबंधन की चर्चाओं पर कांग्रेस ने भी निशाना साधा है.
2022 यूपी विधानसभा का है ये वीडियो
दरअसल, आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी का यह वीडियो यूपी के 2022 विधानसभा चुनाव का है. इस वीडियो को खुद आरएलडी ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 27 जनवरी 2022 को पोस्ट किया था. इस सभा में जयंत चौधरी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने बीजेपी से गठबंधन के ऑफर पर कहा था, "मैं कोई चव्वनी थोड़ी हूं जो ऐसे करके पलट जाऊंगा."
पश्चिमी यूपी में निर्णायक है जाट वोटबैंक
बता दें कि चौधरी चरण सिंह के बेटे ने दिवंगत अजीत चौधरी ने जनता दल से अलग होकर राष्ट्रीय लोकदल यानी आरएलडी का गठन किया था. अब अजीत सिंह के बेटे और चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी पार्टी की कमान संभाल रहे हैं. बीजेपी आरएलडी से गठबंधन कर जाट वोटों को साधना चाहती है. वहीं इससे इंडिया गठबंधन को भी झटका भी लगना तय है. कारण, पश्चिमी यूपी को जाटलैंड भी कहा जाता है. यहां की कुल 27 सीटें पर जाट वोट निर्णायक माना जाता है और अब चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने से बीजेपी ने जाटों को साधने का काम किया है. वहीं आरएलडी के भी साथ आने के बाद पश्चिमी यूपी में बीजेपी की पकड़ औऱ भी मजबूत होगी.