सोमवार संसद के बजट सत्र के छठे दिन, राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शान ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमले को लेकर बयान दिया. उन्होंने विस्तार से ओवैसी के काफिले पर हुए हमले की जानकारी दी और यह भी बताया कि ओवैसी को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
गृहमंत्री अमित शाह राज्यसभा में बयान देते हुए कहा कि 3 फरवरी को शाम 5.20 पर मेरठ से जनसंपर्क करके दिल्ली लौट रहे थे, जब उनका काफिला छिजारसी टोल प्लाजा से गुजर रहा था, तब उनके काफिले पर दो अज्ञात लोगों ने गोलियां चलाईं. इस घटना में ओवेसी सुरक्षित बच गए, लेकिन वाहन के निचले हिस्से में 3 गोलियों के निशान दिखे. इसक घटना को 3 गवाहों द्वारा देखा भी गया.
इसके संबंध में धारा 307 और धारा 7 के तहत पिलखुआ, हापुड़ में FIR दर्ज करवाई गई है. जनपद हापुड़ में ओवैसी का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नहीं था, और आने-जाने के बारे में न ही पहले से जिला नियंत्र कक्ष को सूचना भेजी गई थी.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए, दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से एक-एक अवैध पिस्तौल और एक कार बरामद की गई है. घटना स्थल और वाहन की फॉरेंसिक जांच की जा रही है और साक्ष्य इकट्ठा किए जा रहे हैं. दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है. जनपद में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और कड़ी सुरक्षा बरती जा रही है.
उन्होंने कहा कि पहले भी कई मौकों पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के खतरे के आकलन पर ओवैसी को सुरक्षा देने के निर्देश दिए जा चुके हैं, लेकिन ओवैसी जी ने सुरक्षा नहीं ली और तेलंगाना पुलिस और दिल्ली पुलिस का उन्हें सुरक्षा देने का प्रयास सफल नहीं हो सका. गृह मंत्री ने यह भी कहा कि ओवैसी पर खतरे का दोबारा मूल्यांकन कराया गया है.और खतरे के आकलन के आधार पर, ओवैसी को दिल्ली में बुलैट प्रूफ कार के साथ अखिल भारतीय स्तर पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. हालांकि मौखिक जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी भी सुरक्षा लेने से इनकार किया है. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी से आग्रह किया कि वे तत्काल रक्षा स्वीकार करें और हम सबकी चिंता का समाधान करें.
आपको बता दें कि शुक्रवार लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना की जानकारी दी थी. उन्होंने सरकार से सवाल किया था कि जिन कट्टरपंथी लड़कों ने यह हमला किया है उन पर यूएपीए (UAPA) क्यों नहीं लगाया गया, जबकि यही कानून एक फेसबुक पोस्ट कर पोस्ट करने या भाषण देने तक पर थोप दिया जाता है.