कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच सियासी संग्राम तेज हो गया है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री मोदी पर विवादित बयान को लेकर बीजेपी ने चुनाव आयोग में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की शिकायत की. वहीं, कांग्रेस ने भी गृहमंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है.
कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के विवादित बयानों की शिकायत लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग पहुंचा. इस प्रतिनिधिमंडल में अभिषेक मनु सिंघवी, पवन बंसल और मुकुल वासनिक शामिल थे.
चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हमने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व, विशेष रूप से गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आपत्तिजनक, सांप्रदायिक और झूठे बयानों की शिकायत की है. अमित शाह ने बयान दिया है कि अगर कर्नाटक में कांग्रेस सत्ता में आती है तो ये करेगी, वो करेगी. सब झूठी बातें कही हैं, जिसका कोई आधार नहीं है. चुनाव बटोरने के घटिया हथकंडे के तहत ऐसा किया गया है. हमने चुनाव आयोग से इस तरह के लोगों पर बैन लगाने की मांग की है. उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोका जाए. सिंघवी ने कहा कि सोनिया गांधी को विषकन्या बताने वाला बयान बहुत ही निम्नस्तरीय है.
बता दें कि अमित शाह ने कर्नाटक में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी जीतती है तो कर्नाटक दंगों से पीड़ित होगा.
वहीं, बीजेपी विधायक बासनगौड़ा ने कोप्पल में एक जनसभा के दौरान सोनिया गांधी को 'विषकन्या' बताया था. बासनगौड़ा ने कहा था कि पूरी दुनिया ने मोदी का लोहा माना है. अमेरिका ने एक समय उन्हें वीजा देने से मना कर दिया था, बाद में उन्होंने रेड कार्पेट बिछाया और मोदी का स्वागत किया.
इसी दौरान बासनगौड़ा ने मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि अब वे (खड़गे) उनकी (पीएम मोदी की) तुलना कोबरा सांप से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वे जहर उगलेंगे. लेकिन जिस पार्टी में आप (खड़गे) नाच रहे हैं, क्या सोनिया गांधी विष कन्या है? सोनिया ने चीन और पाकिस्तान के साथ उनके एजेंट के रूप में काम किया.
बीजेपी ने भी खटखटाया था चुनाव आयोग का दरवाजा
बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर खड़गे के विवादित बयान की वजह से भड़की हुई है. इस वजह से बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को खड़गे के खिलाफ चुनाव आयोग का रुख किया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की.
खड़गे के विरोध में बीजेपी के चार सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. इसके साथ ही खड़गे को कर्नाटक चुनाव प्रचार करने से रोकने की भी मांग की गई. इस प्रतिनिधिमंडल में भूपेंद्र यादव, तरुण चुग, अनिल बलूनी और ओम पाठक शामिल थे.
इस पूरे मामले पर भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह जबान फिसलने का मामला नहीं है. जानबूझकर कुछ बातें कही गईं, जो कांग्रेस के हेट कैंपेन को बताती हैं. हम इसकी निंदा करते हैं. कांग्रेस ने राजनीतिक विमर्श का स्तर गिरा दिया है.
खड़गे ने पीएम मोदी को बताया था जहरीला सांप
इससे पहले गुरुवार को एक जनसभा के दौरान खड़गे ने कहा था, मोदी जहरीले सांप की तरह हैं. आप इसे जहर समझें या न समझें लेकिन अगर आप इसे चखेंगे तो मर जाएंगे. आप सोच सकते हैं कि क्या यह सही में जहर है? मोदी एक अच्छे इंसान हैं, उन्होंने जो दिया है, उसे हम देखेंगे. आप जैसे ही इसे चाटेंगे, तो पूरी तरह से सो जाएंगे.
खड़गे ने दी सफाई
बीजेपी मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान की आलोचना करते हुए कांग्रेस पर निशाना साध रही है. उधर, विवाद बढ़ते देख खड़गे ने अपने बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा, BJP की विचारधारा विभाजनकारी, वैमनस्यपूर्ण, गरीबों व दलितों के प्रति नफरत व पूर्वाग्रह से भरी है. मैंने इसी नफरत व द्वेष की राजनीति की चर्चा की. मैंने उनके (पीएम मोदी) बारे में यह बात नहीं की. मैं व्यक्तिगत बयान नहीं देता. मेरे कहने का मतलब है कि उनकी विचारधारा सांप की तरह है, अगर आप चाटने की कोशिश करेंगे तो मौत होनी तय है.