गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के बाद पूर्वोत्तर के प्रमुख राज्य असम के दौरे पर हैं. रविवार सुबह शाह असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर पहुंचे. इस दौरान असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे. मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद वे गुवाहाटी से मणिपुर की राजधानी इम्फाल पहुंचे और कई योजनाओं का शिलान्यास किया. मणिपुर में शाह के सिविल सोसाइटी के लोगों से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है. वे आज ही मणिपुर से दिल्ली लौट आएंगे.
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# उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट को हर साल 89168 करोड़ रुपये दिए जाते थे. लेकिन हमने इसे बढ़ाकर सालाना 313375 करोड़ रुपये कर दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर जगह सिर्फ भूमि पूजन किया लेकिन कोई काम पूरा नहीं हुआ. यह हमारे लिए वरदान की तरह था. हम काम पूरा कर रहे हैं और उद्घाटन कर रहे हैं. हमारे नेता जितेंद्र सिंह इन दिनों फीता काटने में व्यस्त हैं.
# अमित शाह ने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में और भी विकास होना है. मणिपुर में सेंट्रल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी और फॉरेंसिक कॉलेज बनेंगे. मणिपुर में 1186 स्टार्टअप्स शुरू हुए हैं, जो एक बड़ी कामयाबी है.
# इम्फाल में अमित शाह ने कहा, मुझे पता है कि आप थके हुए हैं और आईएलपी की मांग को भूल गए हैं ... और फिर 2019 में हमने इसे राज्य को जारी किया है. इससे लोगों को सुरक्षा मिलेगी और पीएम ने उसी के लिए रास्ता निकाला है.
# अमित शाह ने कहा, इस एरिया में पहले बाढ़ आती थी लेकिन अब विकास की बाढ़ है. नॉर्थईस्ट अलगाववाद और हिंसा के लिए जाना जाता था. लेकिन पिछले 6 साल में सभी आतंकी संगठन एक के बाद एक हथियार डाल चुके हैं. हिंसा में कमी आई है. मुझे उम्मीद है कि बाकी के संगठन भी हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे.
# उन्होंने कहा, पहले लोगों को रोजीरोटी की दिक्कत होती थी. बंद हुआ करते थे, जिससे लोगों को परेशानी होती थी. घरों में गैस नहीं होती थी, बच्चों के लिए रोटी नहीं थी. साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों हाथ मजबूत होने चाहिए और नॉर्थ ईस्ट दूसरा हाथ है.
# गृह मंत्री अमित शाह ने इंफाल में कहा कि पहले मणिपुर की कानून-व्यवस्था की चर्चा होती थी. लेकिन बीजेपी सरकार बनने के बाद मणिपुर बंद नहीं हुआ है. अब मणिपुर विकास के पथ पर है.पिछले तीन साल में हमने मणिपुर का चेहरा बदल दिया है.
# मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी संगठन ने देश के गृह मंत्री के आगमन पर किसी प्रकार के बाइकॉट या विद्रोह प्रदर्शन का आह्वान नहीं किया है. हमलोग प्रदेश में इनर लाइन परमिट सिस्टम लागू करने को लेकर भारत सरकार का धन्यवाद करते हैं. लगभग 30 लाख की आबादी वाला हमारा राज्य काफी खुश है. भारत सरकार का यह फैसला मणिपुर के विकास में महत्वपूर्ण साबित होगा. इसके साथ ही 2022 चुनाव में बीजेपी का भी विस्तार होगा.
# गृह मंत्री अमित शाह रविवार सुबह असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर पहुंचे. इस दौरान असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे.
Assam: Union Home Minister Amit Shah, Chief Minister Sarbanand Sonowal and State Health Minister Himanta Biswa Sarma visit Khamakhya Temple in Guwahati. pic.twitter.com/uEEMevAeaQ
— ANI (@ANI) December 27, 2020
# मणिपुर में, अमित शाह चूराचंद्रपुर मेडिकल कॉलेज, म्योंगखोंग में एक आईआईटी, इम्फाल में सरकारी अतिथि गृह, राज्य के पुलिस मुख्यालय और एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र की आधारशिला रखेंगे.
# मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से पहले पूर्वी इम्फाल जिले के हाप्टा कांगजेइबुंग में एक सार्वजनिक सभा स्थल की तैयारियों की समीक्षा की. शाह राज्य में नागरिक समाज संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे.
# मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने उनके दौरे पर खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि मणिपुर गृह मंत्री के स्वागत के लिए तैयार है. शाह के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अमित शाह इंफाल में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. इस दौरान बिरेन सिंह की सरकार राज्य में इनर लाइन परमिट (ILP) सिस्टम लागू करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह का सम्मान भी करेगी.
# इनर लाइन परमिट सिस्टम लागू होने के बाद अब किसी भी अन्य राज्य के लोगों को मणिपुर में बसने से पहले परमिशन लेनी होगी. इस सिस्टम का उद्देश्य राज्य में दूसरे राज्यों से आए लोगों को बसने से रोकना है. जिससे कि राज्य के मूल नागरिकों की आबादी, जमीन, नौकरी और अन्य सुविधाएं सुरक्षित रह सके.
अमित शाह का यह मणिपुर दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि मार्च 2022 में प्रदेश में चुनाव होना है और बीजेपी यहां पूर्ण बहुमत की सरकार बनाना चाहती है. नॉर्थ-ईस्ट में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए बीजेपी ने प्रयास भी शुरू कर दिए हैं.
बता दें, शाह पूर्वोत्तर की तीन दिवसीय यात्रा पर पर शनिवार सुबह असम के दौरे पर गुवाहाटी पहुंचे थे.