कांग्रेस की रविवार को कार्य समिति की बैठक की गई. इसमें पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव की तारीख फिर से बढ़ने की अफवाह पर भी विराम लगा दिया गया. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव होगा. 19 अक्टूबर को काउंटिंग होगी और उसी दिन रिजल्ट आ जाएगा.
केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने चुनाव कार्यक्रम पढ़कर सुनाया. इसके बाद वर्चुअल मीटिंग में कई नेताओं ने बोलने के लिए अपने हाथ उठाए लेकिन पार्टी के असंतुष्ट नेता आनंद शर्मा को बोलने का मौका मिला. सूत्रों के अनुसार वरिष्ठ नेता ने चुनाव कार्यक्रम का समर्थन करने के बजाए कहा कि वह चुनावी कोलाज तैयार करने के लिए अपनाई जा रही प्रक्रिया को लेकर चिंतित हैं.
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने पूछा कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने को लेकर क्या पार्टी के संविधान के तहत उचित प्रक्रिया का पालन किया गया या नहीं. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा कि मुझे सूचना मिली है कि नियत प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा. उन्होंने कहा कि कई स्तरों पर समिति के सदस्य इस बात से अनजान थे कि क्या हो रहा है? नेता ने कहा कि एआईसीसी प्रतिनिधियों को चुनने की प्रक्रिया पर अस्पष्टता थी जो पार्टी के संविधान में निर्धारित नियमों का उल्लंघन है.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में आनंद ने कहा कि ब्लॉक, जिला समितियों और बीसीसी को इस बारे में अंधेरे में रखा गया था कि सूची में कौन थे और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए एक सूची प्रकाशित को प्रकाशित कर दिया गया. शर्मा ने कहा कि उन्होंने ग्राउंड पर जाकर क्रॉस-चेक किया तो चिंताओं को सही पाया.
आनंद शर्मा ने इंडिया टुडे से इस बात पुष्टि की कि उन्होंने वास्तव में इस मुद्दे को उठाया. कांग्रेस अध्यक्ष ने उनकी बात सुनी और मिस्त्री को इस आपत्ति को खत्म करने के लिए कहा है.
सोनिया गांधी ने कहा कि इस मुद्दे पर बात होनी चाहिए. हालांकि सीईए के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने जवाब दिया कि प्रतिनिधियों की सूची रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा देखी गई थी. यह राज्य अध्यक्षों और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को भी उपलब्ध कराई जाएगी.
आनंद द्वारा मतदाता सूची में हेराफेरी करने और नेताओं को हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर करने के लिए पार्टी की आलोचना करने के बीच यह बात सामने आई है. हालांकि कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उनके इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि बैठक में किसी ने भी कोई सवाल या संदेह खड़ा नहीं किए.