आंध्र प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर माहौल गर्माया हुआ है. ऐसे में जनसेना पार्टी के नेता नादेंड्रला मनोहर का एक बयान चर्चा का मुद्दा बन गया है. नादेंड्ला मनोहर के ये कहने से खलबली मच गई है कि मेगास्टर व कांग्रेस नेता चिरंजीवी प्रदेश की राजनीति में अपने भाई पवन कल्याण के साथ जा सकते हैं और जनसेना पार्टी के लिए प्रचार कर सकते हैं. इस बयान के बाद आंध्र प्रदेश की राजनीति तपिश बढ़ गई है.
विजयवाड़ा में बुधवार को जनसेना के कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान मनोहर ने कहा कि चिरंजीवी ने ही जनसेना प्रमुख पवन कल्याण को फिर से फिल्मों में काम करने के लिए मनाया था. मनोहर ने बताया कि चिरंजीवी ने उनसे कहा था कि राजनीति में पवन कल्याण को वो पूरी तरह से सहयोग करेंगे.
गौरतलब है कि चिरंजीवी ने अभिनेता से नेता बनने के बाद प्रजा राज्यम पार्टी स्थापित किया था. इसके बाद त्रिरुपति सीट विधायक के रूप में जीत हासिल की थी और लोकसभा चुनाव के बाद उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था. कांग्रेस ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाकर मनमोहन सिंह की कैबिनेट में शामिल किया था. हालांकि, बाद में चुनाव हारने के बाद से चिंरजीवी राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं रहे हैं.
वहीं, चिंरजीवी के छोटे भाई पवन कल्याण आंध्र प्रदेश की सियासत में अपना राजनीतिक वजूद तलाश रहे हैं. उन्होंने जनसेना नाम से पार्टी भी बना रखी है. 2019 के लोकसभा और विधानसभा में पवन कल्याण ने बसपा के साथ गठबंधन किया था, लेकिन जगन मोहन रेड्डी के सामने टिक नहीं सके.अब पवन कल्याण की नजदीकियां राज्य में बीजेपी से बढ़ रही है तो चिंरजीवी के भी उनके साथ खड़े होने की बात सामने आ रही है.
जनसेना पार्टी के राजनीतिक मामलों की कमेटी के चेयरमैन रहे मनोहर का यह कहना कि चिंरजीवी ने पवन कल्याण के लिए राजनीतिक तौर पर मदद करने का हाथ बढ़ाया है. भविष्य में होने वाले चुनाव में चिंरजीवी जनसेना पार्टी के लिए प्रचार कर सकते हैं, जिससे उनके प्रशंसकों और उनके समुदाय के बीच राजनीतिक आधार मजबूत होगा.
उन्होंने कहा कि यह चिरंजीवी थे जिन्होंने पवन को अभिनय में फिर से प्रवेश दिलाया. चिरंजीवी ने सुझाव दिया कि पवन फिल्मों में दो और साल काम करें और फिर उसके बाद पूरी तरह से राजनीति में चले जाएं. इसी के बाद पवन कल्याण ने फिल्मों में अभिनय में वापसी की है. माना जा रहा है कि चिरंजीवी तिरुपति उपचुनावों में पार्टी के उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे, जहां से उन्होंने कभी जीत दर्ज की थी.