जम्मू-कश्मीर में आज (20 अगस्त) से विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहले चरण की वोटिंग के लिए आज अधिसूचना जारी हो जाएगी. नामांकन भरने की अंतिम तिथि 27 अगस्त निर्धारित की गई है. 10 साल के लंबे इंतजार के बाद यहां विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण के लिए 18 सितंबर को वोटिंग होनी है. जिसमें 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा.
कश्मीर घाटी की 16 सीटों पर वोटिंग
18 सितंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान में 24 सीटों पर वोटिंग होनी है. इसमें 16 सीटें कश्मीर घाटी की है, जबकि 8 सीटें जम्मू इलाके की हैं. एक या दो दिन में पार्टी अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती हैं.
370 हटने के बाद हो रहे चुनाव
बता दें कि साल 2019 में केंद्र शासित प्रदेश बनने और अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर एक दशक में अपने पहले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है. 90 सीटों के लिए तीन चरण के विधानसभा चुनाव का परिणाम 4 अक्टूबर को जारी होगा.2014 के बाद ये पहली बार होगा जब जम्मू-कश्मीर की जनता विधानसभा चुनाव में मतदान करेगी.
2022 में निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है. इसमें कश्मीर घाटी में 47 और जम्मू में 43 सीटें शामिल हैं.
पहले चरण में इन सीटों पर होगा मतदान
-पंपोर
-त्राल
-पुलवामा
-राजपोरा
-जैनापोरा
-शोपियां
-डी.एच. पोरा
-कुलगाम
-देवसर
-दूरू
-कोकेरनाग (एसटी)
-अनंतनाग पश्चिम
-अनंतनाग
-श्रीगुफवाड़ा
-बिजबेहरा
-शांगस
-अनंतनाग पूर्व
-पहलगाम
-इंदरवाल
-किश्तवाड़
-पैड डेर
-नागसेनी
-भद्रवाह
-डोडा
-डोडा पश्चिम
-रामबन
-बनिहाल
10 साल बाद विधानसभा चुनाव
जम्मू और कश्मीर में 2014 के बाद ये पहला विधानसभा चुनाव होगा. 2014 में सूबे की 87 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले गए थे. तब पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. वहीं, बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं. चुनाव नतीजों में कोई भी दल बहुमत के लिए तब जरूरी 44 सीट के जादुई आंकड़े तक नहीं पहुंच सका था. चुनाव नतीजों के ऐलान के बाद पहले और दूसरे नंबर पर रही पार्टियों पीडीपी और बीजेपी ने गठबंधन कर सरकार मुफ्ती मोहम्मद सईद की अगुवाई में सरकार बनाई थी.
लोकसभा चुनाव का ऐसा रहा था नतीजा
लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू कश्मीर की जनता ने मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखाया था और रिकॉर्ड मतदान किया था. जम्मू और कश्मीर में आम चुनाव के दौरान 58.46 फीसदी वोटिंग हुई थी जो पिछले 35 वर्षों में सबसे अधिक मतदान का रिकॉर्ड है. केंद्र शासित प्रदेश में लोकसभा की पांच सीटें हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस और भारतीय जनता पार्टी को दो-दो सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट से निर्दलीय इंजीनियर राशिद को जीत मिली थी.