प्रयागराज में हुई माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद हत्याकांड के बाद से सियासती गली में भारी हलचल है. इस हत्याकांड को लेकर जहां एक तरफ कई तरह के सवाल उठ रहे हैं तो वहीं राजनेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. इसी बीच सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में बड़ी टिप्पणी की है. ओवैसी ने एक बार फिर साल 2002 में हुए गुजरात दंगों को याद किया है. इसके साथ ही ट्वीट किया कि अतीक दूसरे मुस्लिम पूर्व सांसद हैं, जिनकी इस तरह हत्या की गई है.
ओवैसी ने किया ये ट्वीट
अतीक-अशरफ हत्याकांड में ओवैसी ने रविवार को ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट में कहा कि 'अतीक दूसरे मुस्लिम पूर्व सांसद हैं, जिनकी निर्मम हत्या कर दी गई है. उन्होंने ट्वीट में एहसान जाफरी का नाम लिया.साथ ही कहा कि इससे पहले एहसान जाफरी को 2002 में गुजरात में एक भीड़ ने बेरहमी से मार डाला था और आज अब अतीक अहमद की पुलिस हिरासत में गोली मार कर हत्या कर दी गई है.
'Atiq is the second Muslim ex-MP who was murdered with impunity. Ehsan Jaffry was ruthlessly hacked to death by a mob in Gujarat in 2002 and today it’s Atiq. Shot and killed in police custody.'
गुजरात दंगों की फिर आई याद
ओवैसी के इस ट्वीट के बाद जहां एक बार फिर गुजरात दंगों की भयावहता सामने आ गई है, तो वहीं एहसान जाफरी का मामला भी याद आता है. आखिर कौन थे एहसान जाफरी, कैसे हुई थी उनकी हत्या, क्या था मामला और क्यों आज के परिदृश्य की तुलना ओवैसी उनकी हत्या से कर रहे हैं? इन सभी सवालों पर डालते हैं एक नजर-
कौन थे एहसान जाफरी?
एहसान जाफरी, कांग्रेस के भूतपूर्व सांसद रहे हैं. एक समय उनकी गिनती गुजरात में कांग्रेस के प्रभावी नेताओं में होती थी. सांसद एहसान जाफरी का मामला गुजरात दंगों और साबरमती एक्सप्रेस अग्निकांड से जुड़ा हुआ है. असल में 27 फरवरी 2002 को सुबह खबर आई थी कि साबरमती एक्सप्रेस के जिस कोच में कारसेवक सफर कर रहे थे, उसमें आग लगा दी गई है. इसके बाद राज्य में दंगे भड़क गए.
कैसे हुई थी उनकी हत्या?
इसके एक दिन बाद, 28 फरवरी 2002 को 29 बंगलों और 10 फ्लैट वाली गुलबर्ग सोसायटी, जहां पर अधिकांश मुस्लिम परिवार रहते थे, वहां उत्तेजित भीड़ ने हमला कर दिया. शाम होते-होते यहां कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. गुलबर्ग सोसायटी में मरने वालों में कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी भी शामिल थे.