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अब सपा कार्यकर्ता ने टांगा लाउडस्पीकर, बजाया- महंगाई डायन खाए जात है...

UP News: समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता रविकांत विश्वकर्मा ने एक नहीं बल्कि दो-दो लाउडस्पीकर अपनी छत पर टांग रखे हैं. इन लाउड स्पीकर में लगातार महंगाई के खिलाफ चोट करने वाले गाने जैसे 'सखी सैंया तो खूब ही कमात है, महंगाई डायन खाए जात है…' बज रहे हैं. 

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लाउडस्पीकर
लाउडस्पीकर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अजान-हनुमान चालीसा विवाद
  • सपा ने महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा

अजान और हनुमान चालीसा को लेकर चल रहे विवाद के बीच वाराणसी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता ने भी घर पर लाउडस्पीकर टांग दिया है जिसमें महंगाई को लेकर चर्चित गाना 'सखी सैंया तो खूबै कमात हैं, महंगाई डायन खाए जात है', बजाया जा रहा है.

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शहर के लक्सा क्षेत्र के मिसिर पोखरा इलाके में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिलकर अपने घर के ऊपर बड़ा लाउडस्पीकर लगाकर पूरे दिन ये गाना बजाया है. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ इस फिल्मी गाने का खूब इस्तेमाल किया था.

रविवार को गाने के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथों में महंगाई, बेरोजगारी और अपराध का जिक्र करने वाली तख्तियों को लेकर भी प्रदर्शन किया. लाउडस्पीकर टांगने वाले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और इलाके के पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने बताया कि सरकार मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए अजान और हनुमान चालीसा का सहारा ले रही है जबकि असल मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी, अपराध और शिक्षा का है.

उन्होंने कहा कि वह अपने लाउड स्पीकर के जरिए न केवल लोगों को जागरुक कर रहे हैं, बल्कि उनसे अपील भी कर रहे हैं कि वह भी अपने घरों की छतों पर इसी तरह का लाउडस्पीकर लगाकर सरकार को घेरने का काम करें.

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वहीं, एक अन्य समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता संदीप मिश्रा से जब पूछा गया है कि पुलिस प्रशासन लाउड स्पीकर उतरवा रही है और बगैर परमिशन उसको नहीं लगाया जा सकता, तो उनका जवाब था कि उन्होंने किसी सार्वजनिक स्थल पर लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया है बल्कि अपने घर की छतों पर किया है और वह भी सुप्रीम कोर्ट के मापदंडों के अनुसार.

 

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