बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गुरुवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज पहुंचे. इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस का विरोध करने वाले और प्रतियां जलाने वालों पर निशाना साधा. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि रामचरितमानस का विरोध करने वाले लोग कैंसर हैं. इन्हें भारत में रहने का अधिकार नहीं है.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आज तक से खास बातचीत में कहा कि ऐसे लोग कैंसर के रोग हैं. इन्हे भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि वे जिस तरह से भविष्य बताते हैं, वो कला है या शक्ति. इस पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह सिद्धि है.
धीरेंद्र शास्त्री दरबार लगाते हैं, इस दौरान वे लोगों की समस्याओं को पर्चे में लिखकर बताते हैं. नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था. इसके बाद से धीरेंद्र शास्त्री देशभर में चर्चा में हैं.
क्या योगी से मुलाकात करेंगे धीरेंद्र शास्त्री?
धीरेंद्र शास्त्री से जब पूछा गया कि क्या वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे? इस पर उन्होंने कहा, मैं कोई राजनीतिक आदमी नहीं हूं. अभी उनसे मिलने का कोई प्लान नहीं है.
रामचरितमानस को लेकर बिहार से यूपी तक बवाल?
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने पिछले दिनों नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह के दौरान रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने इसे नफरत को बोने वाला और देश को बांटने वाला ग्रंथ बताया था. बिहार में इसे लेकर जमकर विवाद भी हुआ था. बीजेपी ने इसे हिंदू धर्म का अपमान बताते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा था. बिहार में विवाद थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी ऐसा ही कुछ बयान दिया था.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरितमानस को बकवास बताते हुए सरकार से उसे बैन करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ अंश ऐसे हैं, जिनपर हमें आपत्ति है. क्योंकि किसी भी धर्म में किसी को भी गाली देने का कोई अधिकार नहीं है. इतना ही नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री दिमाग से दिवालिया हैं. ऐसे लोग मंद बुद्धि होते हैं.
रामचरितमानस की प्रतियां जलाई गईं
स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में यूपी में कई जगहों पर रामचरितमानस की प्रतियां जलाने की घटनाएं सामने आई थीं. इसके बाद कई जगह पर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ केस भी दर्ज हुआ है. इसे लेकर बीजेपी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा.