पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata banerjee) का प्लेन लैंडिंग से पहले हादसे का शिकार होते-होते बच गया. उनकी फ्लाइट के सामने आचानक एक दूसरा प्लेन आ गया, जिसके कारण बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन पायलट की सूझबूझ से दुर्घटना होते-होते टल गई. ममता ने उनकी जान बचाने के लिए फ्लाइट के पायलट को धन्यवाद कहा है.
फ्लाइट वाली घटना का जिक्र करते हुए बंगाल सीएम ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की विधानसभा में कहा, 'मैं बनारस से लौट रही थी. अचानक दूसरा प्लेन मेरी फ्लाइट के सामने आ गया. पायलट ने सूझबूझ दिखाई और फ्लाइट अचानक 8 हजार फीट नीचे आ गई. अगर 10 सेकेंड की देरी हो जाती तो हादसा हो सकता था. ममता ने कहा कि उस घटना के बाद मेरी कमर और बदन में दर्द है'.
किस फ्लाइट में सवार थीं ममता?
ममता ने आगे कहा कि घटना की वजह का पता नहीं चल सका है. हमें अब तक ATC और डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से कोई रिपोर्ट नहीं मिली है. एजेंसी के मुताबिक वाराणसी से लौटते वक्त ममता Dassault Falcon 2000 प्लेन में सवार थीं. यह 10.3 टन का एक लाइटवेट प्लेन है. जिसमें प्लेन के कर्मचारियों सहित अधिकतम 19 लोग सवार हो सकते हैं.
पहले सामने आई थी एयर टर्बुलेंस की बात
बता दें कि ममता बनर्जी अखिलेश यादव के समर्थन में चुनाव प्रचार करने 3 मार्च को वाराणसी पहुंची थीं. प्रचार के बाद वे प्लेन से कोलकाता लौट गई थीं. कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंड करते समय यह घटना हुई. हालांकि, उस वक्त एयर टर्बुलेंस (Air Turbulence) होने की बात कही गई थी. बताया गया था कि एयर टर्बुलेंस के कारण उनकी फ्लाइट में झटके महसूस किए गए. दरअसल, जब आसमान में उड़ रहे विमान से हवा अनियंत्रित होकर टकराती है तो विमान में एयर टर्बुलेंस पैदा होता है. इससे विमान ऊपर-नीचे होने लगता है.