पांचों राज्यों के चुनावी दंगल में बुधवार को दिग्गजों ने प्रचार की कमान संभाली. पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी सभा को संबोधित किया. यहां ममता बनर्जी उनके निशाने पर रहीं, जेपी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी नंदीग्राम में चुनाव हार रही हैं.
हुगली में जेपी नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी डर गई हैं, क्योंकि वो नंदीग्राम में भी हार रही हैं. शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम नहीं आए, बल्कि ममता बनर्जी वहां से यहां पर आई हैं. लेकिन ममता अब नंदीग्राम में भी हार रही हैं, क्योंकि कमल पर पड़ी है छाप और टीएमसी हो गई साफ.
जेपी नड्डा ने आगे कहा कि ममता जी ने कहा था कि बाटला हाउस फेक एनकाउंटर है और अगर ये फेक एनकाउंटर नहीं हुआ तो मैं राजनीति छोड़ दूंगी, अब कोर्ट ने कहा कि आरिज खान आतंकवादी है और उसके खिलाफ कार्रवाई की गई. ममता जी अब आप राजनीति छोड़ेंगी क्या?
असम में अमित शाह और राहुल गांधी का प्रचार
बंगाल के अलावा असम में भी चुनाव प्रचार में तेजी दिखी. बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कामाख्या देवी मंदिर में पूजा की. राहुल गांधी ने इसके बाद कामरूप में रैली की, जहां उन्होंने कहा कि जब CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दिपांजल दास को गोली मारी गई, तब वो उनके परिवार से मिलने आए थे.
राहुल गांधी ने कहा कि तब वो गोली सिर्फ एक युवा नहीं बल्कि पूरे असम को मारी गई थी. बीजेपी की सरकार असम की सोच, असम के युवा को खत्म करना चाहती है. हम असम में सीएए लागू नहीं होने देंगे.
अमित शाह ने भी कांग्रेस को घेरा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी बुधवार को असम में रैली की. यहां उन्होंने कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल के गठबंधन पर निशाना साधा. अमित शाह बोले कि कल तो बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार की चाबी मेरे पास है, मैं जैसे चाहूंगा वैसे सरकार चलाऊंगा, जिसको चाहूंगा उसको मंत्री बनाऊंगा.
अमित शाह ने आगे कहा कि अरे बदरुद्दीन, सरकार की चाबी आपके हाथ में नहीं है, असम की जनता के हाथ में चाबी है. कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन, असम को घुसपैठियों का अड्डा हम नहीं बनने देंगे. आपको उखाड़ कर फेंकने का काम भाजपा करेगी.