राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' आज मणिपुर से शुरू हो रही है. इंडिगो की एक स्पेशल फ्लाइट से राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेस नेता दिल्ली एयरपोर्ट से सुबह 11:30 बजे के करीब इंफाल हुए. खराब मौसम की वजह से फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट से टाइम से उड़ान नहीं भर सकी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय व मणिपुर के शीर्ष कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.
पहले यह यात्रा सेंट्रल इंफाल से शुरू होनी थी. लेकिन मणिपुर में तनावपूर्ण हालातों के मद्देनजर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कांग्रेस को इसकी अनुमति नहीं दी. इसलिए कांग्रेस इंफाल से 25 किमी दूर थौबल जिले से अपनी यात्रा शुरू करेगी. मणिपुर से शुरू होकर 6,713 किलोमीटर की यात्रा 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. राहुल गांधी 60-70 कांग्रेस नेताओं के साथ बस से यह दूरी तय करेंगे. प्रमुख जगहों पर वह पैदल मार्च भी करेंगे.
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' कुल 15 राज्यों को कवर करेगी
कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी की संभावनाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. यह राहुल गांधी की देशव्यापी 'भारत जोड़ो यात्रा' की दूसरी कड़ी है, जिसमें कांग्रेस नेता ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा की थी. 3500 किलोमीटर की 'भारत जोड़ो यात्रा' 12 राज्यों से होकर गुजरी थी. वहीं, 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 15 राज्यों को कवर करेगी.
राहुल गांधी 67 दिनों की अवधि में 110 जिलों से गुजरेंगे
मणिपुर से मुंबई तक राहुल गांधी 67 दिनों की अवधि में 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरेंगे. 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' अप्रैल-मई 2024 में लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले 20 मार्च को समाप्त होने वाली है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'यह यात्रा पिछले 10 वर्षों में हुए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक अन्याय को ध्यान में रखते हुए निकाली जा रही है.'
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 355 LS सीटों को कवर करेगी
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 355 लोकसभा सीटों को कवर करेगी जो देश की कुल संसदीय सीटों का 65% है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इन 355 सीटों में से 236 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस केवल 14 सीटें जीतने में सफल रही थी. 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से भी गुजरेगी, जहां कांग्रेस हाल ही में चुनाव हार गई है. कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी की यात्रा से इन राज्यों में मतदाता फिर पार्टी के साथ जुड़ेंगे.