
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं. नीतीश कुमार ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर जाकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे. बैठक के बाद नीतीश, खड़गे और राहुल ने मीडिया से भी बात की. खड़गे ने नीतीश के साथ हुई इस बैठक को ऐतिहासिक बताया.
खड़गे ने कहा, हमें विपक्ष को एकजुट करके लड़ना है. हम सभी विपक्ष को एकजुट करने की दिशा में काम कर रहे हैं. इस दिशा में यह बैठक काफी अहम रही. वहीं, जब इन नेताओं से पूछा गया कि विपक्ष का पीएम चेहरा कौन होगा, या विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा? तो इस पर राहुल, खड़गे और नीतीश ने चुप्पी साध ली.
'एकजुट होकर लड़ेंगे'
खड़गे ने कहा कि सभी पार्टियों को एकजुट करना है और सभी को एकजुट करके लड़ना है. नीताश, राहुल, तेजस्वी सब एक साथ इसी राह पर काम कर रहे हैं.
नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों ने एकजुट होने के मुद्दे पर चर्चा की. पूरे देश में और भी पार्टियां हमारे साथ आएंगी.
राहुल गांधी ने कहा, खड़गे जी और नीतीश जी ने कहा कि यह विपक्ष को एक करने का ऐतिहासिक कदम है. देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है. संस्थानों को बचाने की लड़ाई चल रही है. हम उसके खिलाफ एक साथ होंगे. उसी की दिशा में ये अहम कदम लिया गया है.
तेजस्वी की बेटी को दिया आशीर्वाद
इससे पहले नीतीश कुमार मंगलवार शाम को लालू यादव की बेटी मीसा भारती के घर पर पहुंचे. यहां उन्होंने लालू यादव से मुलाकात की. किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू यादव से नीतीश कुमार की पहली मुलाकात हुई. बताया जा रहा है कि लालू और नीतीश के बीच मौजूदा राजनीतिक हालातों पर चर्चा हुई.
इसके बाद बुधवार को नीतीश तेजस्वी यादव के घर पहुंचे. यहां उन्होंने तेजस्वी और उनकी पत्नी से मुलाकात की और उनकी बेटी को भी आशीर्वाद दिया.
नीतीश तेजस्वी यादव से दिल्ली में ऐसे वक्त पर मुलाकात पहुंचे, जब एक दिन पहले ही सीबीआई ने उनसे लैंड फॉर जॉब स्कैम में पूछताछ की है.
विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में नीतीश
2024 लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. नीतीश कई बार 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को एक साथ आने की अपील कर चुके हैं.
नीतीश फरवरी में कहा था कि अगर सभी पार्टियां मिलकर 2024 का चुनाव लड़ती हैं, तो बीजेपी 100 सीटों पर सिमट जाएगी. महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा था कि बीजेपी को इसे लेकर जल्द फैसला करना पड़ेगा.
इससे पहले नीतीश पिछले साल सितंबर में दिल्ली के दौरे पर पहुंचे थे. तब उन्होंने एनसीपी नेता शरद पवार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, डी राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. बिहार में अभी नीतीश के नेतृत्व में गठबंधन सरकार है. इसमें जदयू, राजद, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां शामिल हैं.