बिहार में एक बार फिर सियासी ड्रामा शुरू हो गया है. इस बार ड्रामे की वजह है लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट. दिवंगत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस ने पांच सांसदों को साथ लेकर पार्टी पर अधिकार जता दिया है. वहीं, लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अलग-थलग पड़ गए हैं. लोजपा में टूट पर दूसरी पार्टियों ने भी एक-दूसरे पर तंज कसने शुरू कर दिए हैं. आरजेडी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि घर के 'चिराग' को घर ने ही आग लगा दी तो वहीं जेडीयू ने इस टूट के लिए चिराग पासवान को ही जिम्मेदार ठहराया है.
आरजेडी बोली- यार ने ही लूट लिया घर यार का
टूट पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, "कलियुग में राम ने ही हनुमान को धोखा दे दिया. यार ने ही लूट लिया घर यार का. घर के चिराग से ही घर को आग लग गई है." याद हो कि बिहार विधानसभा चुनाव के वक्त चिराग पासवान ने खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताया था.
मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा, "बीजेपी ने पहले अरुणाचल में जेडीयू के विधायकों को तोड़ा. न जाने कौन सा ऑपेरशन चल रहा है. बंगाल चुनाव के बाद बीजेपी का कॉन्फिडेंस गड़बड़ाया हुआ है. तोड़-फोड़ और जोड़-तोड़ की राजनीति जनता देख रही है."
चिराग पासवान के महागठबंधन में आने के सवाल पर उन्होंने कहा, "ये तो भविष्य में है कि क्या होगा और क्या नहीं, लेकिन ये तो चाचा भतीजा के बीच की लड़ाई है."
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चिराग की वजह से ही टूटी एलजेपीः केसी त्यागी
वहीं, पूर्व राज्यसभा सांसद और जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, "चिराग पासवान की राजनीतिक महत्वाकांक्षा की वजह से विधानसभा चुनाव में एलजेपी ने एनडीए से अलग होने का फैसला लिया, जिसका नतीजा उनको भी भुगतना पड़ा. उनकी वजह जेडीयू को नुकसान हुआ, और आरजेडी सत्ता के काफी नजदीक रही. प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर एलजेपी ने आरजेडी को फायदा पहुंचाया."
उन्होंने कहा, "चिराग पासवान के अकुशल नेतृत्व के चलते एलजेपी टूटी है. रामविलास पासवान अगर होते तो ये सब देखने को नहीं मिलता. पशुपति पारस से हमारे इतने पुराने रिश्ते हैं, जितने रामविलास पासवान से थे. चिराग पासवान से लेकर सभी सांसदों से हमारी अच्छी बनती है. जेडीयू को टूट के पीछे जोड़ना उचित नहीं है." उन्होंने ये भी कहा कि पशुपति पारस का जेडीयू में आने का कोई इरादा नहीं है.
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इतनी तेज दौड़े कि एक्सीडेंट हो गयाः आरसीपी सिंह
इस टूट पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने भी तंज कसा. उन्होंने कहा, "लंबी राजनीति का अपना एजेंडा होता है, एक विचारधारा होती है. अगर आप सुबह-शाम सोच बदलियेगा और इधर-उधर करियेगा तो लंबी राजनीति नहीं कर पाएंगे. लंबे रेस के घोड़े को संभल कर चलना होता है. आपने इतनी तेज दौड़ लगाई कि एक्सीडेंट हो गया."
उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनाव के दौरान माहौल सही था लेकिन उसके बाद जिस तरह से (चिराग ने) माहौल खराब किया गया, एलजेपी में सब दुखी थे, आखिर कितने दिन लोग किसी की मनमानी सहेंगे." आरसीपी सिंह ने कहा कि एनडीए में बीजेपी और जेडीयू ही हैं, वो (पशुपति पारस) जहां जाएंगे, उनका स्वागत है.