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BPSC का पेपर लीक हो सकता है तो दूसरे संस्थानों का क्या होगा? तेजस्वी का नीतीश सरकार से सवाल

BPSC Paper Leak 2022: तेजस्वी ने कहा कि BPSC की परीक्षा रद्द होने की वजह से अब 6 लाख से भी ज्यादा परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि वह छात्रों और नौजवानों के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है.

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तेजस्वी यादव (File Photo)
तेजस्वी यादव (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नीतीश सरकार पर लगाया नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का आरोप
  • 6 लाख से भी ज्यादा परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटका- तेजस्वी

BPSC Paper Leak 2022: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने सवाल उठाया कि अगर बिहार में BPSC परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो सकता है तो फिर दूसरे संस्थानों का क्या हाल होगा, यह समझा जा सकता है.

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तेजस्वी ने कहा कि BPSC की परीक्षा रद्द होने की वजह से अब 6 लाख से भी ज्यादा परीक्षार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि वह छात्रों और नौजवानों के भविष्य के साथ लगातार खिलवाड़ कर रही है. तेजस्वी ने कहा कि BPSC प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होना और फिर परीक्षा का रद्द होना अति दुर्भाग्यपूर्ण है.

दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षा रद्द हुई है, उन सभी के लिए उनके दिल में दर्द है. तेजस्वी ने इस पूरे मामले को लेकर मांग की है कि सरकार इसकी उच्चतम जांच करवाएं और जो भी प्रश्न पत्र लीक करने में शामिल है, उन दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए.

दूर-दराज से आए छात्रों को सरकार दे 5 हजार रु.

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तेजस्वी ने कहा कि इस पूरे मामले में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरीके का मामला फिर दोबारा ना हो. तेजस्वी ने यह भी मांग की है कि जो भी परीक्षार्थी दूसरे प्रदेशों से या फिर दूरदराज के इलाकों से परीक्षा केंद्र पर पैसे खर्च करके पहुंचे हैं, उन्हें सरकार को 5000 रुपए तत्काल देना चाहिए.

नीतीश सरकार के बचाव में कूदे जीतन राम मांझी

एक तरफ तेजस्वी यादव ने सरकार के ऊपर हमला बोला तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी नीतीश सरकार के बचाव में उतर आए. मांझी ने लालू राबड़ी शासनकाल का हवाला देते हुए कहा कि जिनके शासनकाल में BPSC मुख्यमंत्री आवास की कठपुतली बन गया था और रिजल्ट सेटिंग के कारण BPSC अध्यक्ष तक को जेल जाना पड़ा था, आज वही लोग सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े कर रहे हैं.

 

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