भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनावी यात्राएं शुरू करने का ऐलान किया है. मध्य प्रदेश में बीजेपी पांच अलग-अलग इलाकों से पांच जन आशीर्वाद यात्राएं निकालेगी तो वहीं राजस्थान में चारो दिशाओं से चार परिवर्तन यात्राएं निकालने का प्लान है. बीजेपी ने दोनों ही राज्यों में कुल नौ यात्राओं को लेकर ये जानकारी दे दी है कि कब कहां से यात्रा शुरू होगी और कौन हरी झंडी दिखाएगा. लेकिन इन यात्राओं का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश में विंध्य, महाकौशल, मालवा के इंदौर और उज्जैन डिवीजन के साथ ही ग्वालियर चंबल में भी बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकालेगी. ये पांच यात्राएं कुल 10643 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी और बीजेपी का प्लान इनके जरिए 230 में से 210 विधानसभा सीटें कवर करने का है. इस दौरान कुल 678 छोटी और 211 बड़ी रैलियों के आयोजन का भी कार्यक्रम है. मध्य प्रदेश में बीजेपी की पहली जन आशीर्वाद यात्रा को गृह मंत्री अमित शाह 3 सितंबर को चित्रकूट से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
उसी दिन यानी 3 सितंबर को ही खंडवा से एक और जन आशीर्वाद यात्रा शुरू होगी. इसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे. 4 सितंबर को नीमच से शुरू होने वाली यात्रा को भी राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे. 5 सितंबर को मंडला और 6 सितंबर को श्योपुर से जन आशीर्वाद की शुरुआत होगी. श्योपुर से बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.
'फिर इस बार बीजेपी की सरकार' नारे के साथ निकलने वाली जन आशीर्वाद यात्रा का चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान होंगे. वे हर दिन अलग-अलग यात्राओं में शामिल होंगे. तय कार्यक्रम के मुताबिक ये पांचो यात्राएं 21 से 24 सितंबर के बीच राजधानी भोपाल पहुंचेंगी जिसके बाद 25 सितंबर को कार्यकर्ता महाकुंभ का आयोजन होगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे.
राजस्थान में 2 सितंबर से परिवर्तन यात्रा
राजस्थान में बीजेपी 2 सितंबर से परिवर्तन यात्राएं निकालेगी. ये संयोग है कि राजस्थान में बीजेपी दो ही बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई है और दोनों ही बार पार्टी ने राजनीतिक यात्राएं निकाली थीं. चार परिवर्तन यात्राओं की शुरुआत के लिए राज्य के अलग-अलग छोर पर स्थित चार प्रमुख धार्मिक स्थलों का चयन बीजेपी ने किया है.
बीजेपी की ओर से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक परिवर्तन यात्रा प्रदेश के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकलेगी. इस यात्रा के दौरान आदिवासी, दलित, किसान, युवा और महिलाओं के लिए चौपाल भी आयोजित होगा. बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि सरकारी योजनाओं की विफलता को जनता के बीच लेकर जाएंगे. पर्चा लीक, भ्रष्टाचार, रेप, मर्डर के पिछले पांच साल के आंकड़े भी जनता को बताएंगे.
पहली परिवर्तन यात्रा को नड्डा दिखाएंगे हरी झंडी
राजस्थान में बीजेपी की पहली परिवर्तन यात्रा सवाईमाधोपुर के त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथंभौर से शुरू होगी. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इसे हरी झंडी दिखाएंगे. ये यात्रा सवाई माधोपुर के साथ ही जयपुर और भरतपुर रीजन की 47 सीटें कवर करेगी. 18 दिन तक चलने वाली ये यात्रा करीब 1847 किलोमीटर की दूरी तय करेगी. दूसरी यात्रा 3 सितंबर को डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम मंदिर से अमित शाह हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. ये यात्रा 19 दिन में 2433 किलोमीटर की दूरी और 52 विधानसभा सीटें कवर करेगी.
तीसरी परिवर्तन यात्रा 4 सितंबर को जैसलमेर के रामदेवरा से रवाना होगी जो पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक है. ये यात्रा 18 दिन में 2574 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और जैसलमेर, जोधपुर, पोकरण, मेरता, देगाना, शेरगढ़, बिलारा, अजमेर, पुष्कर, नागौर की 51 विधानसभा सीटें कवर करेगी. इसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे. इस इलाके में बीजेपी की नजर मेघवाल, जाट, कुमावत, माली जैसे वोटबैंक पर है.
चौथी परिवर्तन यात्रा को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हनुमानगढ़ के गोगामेडी गांव से रवाना करेंगे.18 दिन और 2128 किलोमीटर की ये यात्रा बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर और अलवर जिले के 50 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी. बीजेपी की कोशिश परिवर्तन यात्रा के जरिए 2003 और 2013 विधानसभा चुनाव का करिश्मा 2023 में दोहराने की है.
यात्राओं से सियासत साधने की कोशिश
बीजेपी की रणनीति जन आशीर्वाद और परिवर्तन यात्रा के जरिए मध्य प्रदेश और राजस्थान की सियासत साधने की है. बीजेपी की रणनीति इन यात्राओं के जरिए गांव, गरीब, किसान के बीच पहुंचकर अपनी सरकार की उपलब्धियां, केंद्र सरकार की योजनाएं और विपक्षी पार्टी की सरकार की विफलताएं गिनाने की है.