भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का फोकस अब दक्षिण भारत की ओर होता नजर आ रहा है. कर्नाटक की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने अपनी नजरें अब तेलंगाना पर गड़ा दी हैं. यही वजह है कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इस बार तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में आयोजित हो रही है जिसकी शुरुआत आज यानी 2 जुलाई को होनी है.
बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक में वैसे तो कहने के लिए मुख्य रूप से आर्थिक और राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा होनी है. लेकिन बीजेपी का मुख्य फोकस तेलंगाना फतह के लिए रणनीति पर है. कर्नाटक के बाद बीजेपी को लगता है कि इस राज्य में आसानी से सरकार बनाई जा सकती है. तेलंगाना में जीत के लिए बीजेपी ने खास रणनीति भी बनाई है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक से ठीक पहले बीजेपी ने तेलंगाना के 119 विधानसभा क्षेत्रों में अपने 119 बड़े नेताओं को उतारा. इन नेताओं ने 48 घंटे तक क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचकर सीधा संवाद किया. बीजेपी 3 जुलाई को हैदराबाद में एक बड़ी जनसभा भी आयोजित करने वाली है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे.
बीजेपी की ओर से आयोजित इस जनसभा में पार्टी के करीब 33 हजार बूथ संयोजक रहेंगे. बीजेपी ने हैदराबाद में होने जा रही इस जनसभा का नाम विजय संकल्प सभा रखा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस जनसभा में बीजेपी की सरकार वाले सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल होंगे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के करीब-करीब सभी हैवीवेट नेता तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हैं.
हर सत्र में शिरकत करेंगे पीएम मोदी
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक को बीजेपी कितनी गंभीरता से ले रही है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसके हर सत्र में शिरकत करेंगे. पीएम मोदी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के हर सत्र में मौजूद रहेंगे. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की शुरुआत पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अध्यक्षीय संबोधन से होगी और समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से.
इन प्रस्तावों पर होगी चर्चा
इस बैठक में पार्टी की ओर से दो प्रस्ताव पास किए जाने हैं. जानकारी के मुताबिक एक आर्थिक प्रस्ताव होगा जिसमें केंद्र सरकार की गरीब कल्याण योजना, कोरोना काल में किए गए काम और वैश्विक स्तर पर खराब हालात के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था के विकास की रफ्तार पर चर्चा होगी. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जिस दूसरे प्रस्ताव पर चर्चा की जानी है, वह प्रस्ताव राजनीतिक होगा.
बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जिस राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा की जानी है, उसमें मुख्य रूप से देश मे वंशवाद की राजनीति का जिक्र होगा. इस प्रस्ताव में पार्टी इस बात पर मंथन करेगी कि किस तरह से वंशवादी पार्टियां देश को पीछे धकेल रही हैं. बीजेपी अब वंशवाद मुक्त राजनीति के मंत्र के साथ तेलंगाना की सियासी पिच पर आक्रामक अंदाज में उतरने की तैयारी में है.