किसान नेता राकेश टिकैत ने आजतक से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ने कहा है कि कृषि कानून वापस नहीं होंगे, लेकिन तब किसान भी नहीं मानेंगे. राकेश टिकैत ने स्वीकार किया कि हमने भी लाइन खींच रखी है. हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसा कर किसान अपनी ताकत नहीं दिखा रहा है. विपक्ष की ओर से आंदोलन का समर्थन किए जाने पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें फसल का भाव चाहिए, अगर इसमें कोई राजनीतिक दल फायदा लेते हैं तो हम क्या कर सकते हैं.
बीजेपी में अंदर तक बात होती है, नाम नहीं बताऊंगा
राकेश टिकैत ने कहा कि उनकी बीजेपी नेताओं से भी बात होती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में भी तोड़-फोड़ हो रही है. टिकैत ने कहा कि बीजेपी में उनकी अंदर तक बात होती है लेकिन वे नेताओं के नाम नहीं बताएंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि जब पीएम मोदी 2011 में सीएम थे तो उन्होंने सिफारिश की थी कि MSP पर कानून बने, अब वे इस सिफारिश को खुद पूरा करें. राकेश टिकैत ने कहा कि हम सरकार से बात करते हैं पार्टी से नहीं. विपक्ष से हमें मतलब नहीं है. लेकिन जब कोई आता है तो उनसे मिलते हैं.
राकेश टिकैत कहा कि आंदोलन कबतक चलेगा इसकी कोई लिमिट नहीं है. टिकैत ने कहा कि गाजीपुर में आस-पास के रास्तों को खोल दिया जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने रास्ता रोककर रखा है.
मोदी जी बोलते ज़्यादा हैं...जो बोलते हैं वो काम करते नहीं. फ़िलहाल PM को बीच में नहीं आना चाहिए: @RakeshTikaitBKU
— AajTak (@aajtak) February 15, 2021
देखिए #RakeshTikait से खास बातचीत, @anjanaomkashyap और @chitraaum के साथ #SpecialReport #GhazipurBorder pic.twitter.com/CHGwM51Z1t
रास्ता रोकने पर सफाई
राकेश टिकैत ने कहा कि ये आम जनता की लड़ाई है. वो हमें कह रही है बीच में नहीं छोड़ना हमारा भविष्य का मसला है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई तो हमने भी मोदी सरकार को वोट दिया है.
ये अहंकार की लड़ाई नहीं.
उन्होंने कहा कि ये देश के किसान की लड़ाई है इसमें अहंकार नहीं है. हम तो खेत में करने वाले लोग हैं, यहां से जाकर फिर से खेत में काम करेंगे.
राकेश टिकैत के पास कितनी प्रॉपर्टी?
आजतक से बातचीत के दौरान जब उनसे पूछा गया कि आजकल सोशल मीडिया में चल रहा है कि राकेश टिकैत के पास बहुत प्रॉपर्टी है आप बताएं आपके पास कितनी प्रॉपर्टी है. इस पर उन्होंने कहा कि हमारे पास बहुत संपत्ति है, देश के किसानों की प्रॉपर्टी हमारी ही है. जब उनसे पूछा गया कि 2014 के चुनाव में आपने कितनी संपत्ति घोषित की थी तो उन्होंने कहा कि ये हमें तो पता नहीं ये कागजों में है. राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे देश के किसानों की संपत्ति हमारी संपत्ति है. उन्होंने कहा कि हमारा जो कुछ है सरकार ले ले और हमारा कर्जा चुका दे.
यहीं मनाएंगे होली
राकेश टिकैत ने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम होली यहीं मनाएंगे. तबतक यहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा यहीं रहने का प्रोग्राम है. राकेश टिकैत ने कहा कि 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो दो दिन में ये मसला समाप्त हो सकता है. अगर सरकार को बीच का रास्ता निकालना है तो हमारी कमेटी से बातचीत करे.