मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. इससे पहले रविवार को राज्यसभा की Business Advisory Committee की बैठक में विपक्षी दलों ने मांग उठाई कि राज्यसभा में चीन सीमा विवाद, कोरोना और अर्थव्यवस्था पर पड़े असर पर चर्चा होनी चाहिए. वहीं, राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू ने कहा कि सभी जरूरी मुद्दों पर चर्चा कराई जाएगी.
मॉनसून सत्र के दौरान विपक्षी पार्टियां संसद में एकजुटता दिखाने की कोशिश में हैं. विपक्ष सरकार को अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर घेरना चाहता है. साथ ही LAC पर चीन के मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार से सवाल-जवाब भी करेगा. इसके अलावा कोरोना के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की तैयारी है. विपक्ष का मानना है कि सरकार ने इन तमाम मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया.
बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलेगा. इसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल का खासा ध्यान रखा गया है. इस सत्र के दौरान कोई भी छुट्टी नहीं होगी.लगातार बैठकें होंगी और 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 18 बैठकें होंगी.
लोकसभा की कार्रवाई 14 सितंबर को पहले दिन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक चलेगी और फिर 15 सितंबर से 1 अक्टूबर तक दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक लोकसभा का सदन बैठेगा. इसी तरह राज्यसभा की कार्रवाई भी 14 सितंबर को दोपहर को 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे से होगी, लेकिन 15 सितंबर से सुबह 9:00 बजे से 1:00 बजे तक रहेगी. लोकसभा और राज्यसभा की टाइमिंग कोरोना को देखते हुए अलग-अलग रखी गई है.