गुजरात के अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर दो दिन के महामंथन के बाद अब कांग्रेस में बदलाव की बयार बहने लगी है. कांग्रेस की सियासत का फोकस पॉइंट अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) बन गया है और बदलाव की शुरुआत भी इसी से संबंधित विभाग से हुई है. कांग्रेस के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष पद से कैप्टन अजय सिंह यादव को हटा दिया गया है और उनकी जगह अनिल जयहिंद को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. कांग्रेस पार्टी की ओर से इस संबंध में पत्र जारी कर दिए जाने के बाद अब कैप्टन अजय भड़के दिख रहे हैं.
कैप्टन अजय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने एक्स पोस्ट में अध्यक्ष पद से हटाए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना किसी औपचारिकता के मुझे अध्यक्ष पद से हटा दिया है. यह मुझे अपमानित करने के लिए एक गुट की ओर से रची गई साजिश है. कैप्टन अजय ने आगे ये भी लिखा कि 40 साल के अपने राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. पहले ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन राहुल गांधी के निजी सचिव कौशल विद्यार्थी ने मुझसे मेरा इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया था.
उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में आगे लिखा है कि सेमिनार आयोजित करने के लिए नवीन जयहिंद के नेतृत्व में एक समानांतर ओबीसी एनजीओ को महत्व दिया जा रहा था. इसलिए मुझे अपने पद से हटाए जाने पर कोई आश्चर्य नहीं है. कैप्टन ने जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से अपनी बात रखने का ऐलान भी इस सोशल मीडिया पोस्ट में किया है. इससे पहले, कैप्टन अजय सिंह यादव ने एक्स पर ही एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट में उन्होंने यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का धन्यवाद करते हुए लिखा कि तीन साल तक मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष (ओबीसी विभाग) की जिम्मेदारी सौंपी थी.
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कैप्टन अजय सिंह यादव ने इस पोस्ट में यह भी कहा था कि बतौर अध्यक्ष अपनी कार्यकुशलता के साथ काम किया. उन्होंने अनिल जयहिंद को शुभकामनाएं देते हुए यह विश्व व्यक्त किया था कि वह पिछड़ा वर्ग के लिए कार्य करेंगे और राहुल गांधी की विचारधारा को आगे लेकर जाएंगे. गौरतलब है कि हरियाणा से आने वाले कैप्टन अजय सिंह यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव के समधी भी हैं. 66 साल के कैप्टन अजय सिंह यादव ने हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था.
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उन्होंने 17 अक्टूबर 2024 को ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा था कि पार्टी छोड़ रहा हूं. हालांकि, दो दिन बाद ही कैप्टन ने फैसला बदल दिया था. उन्होंने 19 अक्टूबर को कहा था कि जन्म से कांग्रेसी हूं और अंतिम सांस तक कांग्रेसी रहूंगा. कैप्टन अजय यादव ने कहा था कि उनके बेटे पूर्व विधायक चिरंजीव राव ने अतीत को भूलकर कांग्रेस के लिए काम करने का दबाव बनाया था.