बिहार की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की पर्दे के पीछे की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है. बुधवार को चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह लड़ाई लंबी चलेगी और कानूनी तौर पर इस लड़ाई को लड़ा जाएगा. बीजेपी से मदद मांगने के सवाल पर चिराग ने कहा कि हनुमान को अगर राम से मदद मांगनी पड़े तो फिर हनुमान काहे के और राम काहे के.
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान ने कहा था कि पीएम मोदी राम हैं और वह उनके हनुमान हैं. एलजेपी में चाचा पशुपति पारस के गुट से छिड़ी सियासी को लेकर सवाल किया गया कि क्या चिराग पासवान बीजेपी से मदद मांगेगे या किसी तरह की मदद की पेशकश आई है?
इसपर उन्होंने कहा कि हनुमान को अगर राम से मदद मांगनी पड़े तो फिर हनुमान काहे के और राम काहे के. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने कहा कि बिहार चुनाव के समय आपने देश के एक बड़े नेता को राम कहा था और खुद को हुनमान बताया था तो अब हनुमान मुसीबत में हैं तो क्या राम से मदद मांगेंगे जिसपर चिराग पासवान ने यह जवाब दिया.
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चिराग ने यह भी कहा कि मैं अनाथ तब नहीं हुआ था जब पिता जी (रामविलास पासवान) का निधन हुआ था. मैं अनाथ अब हुआ हूं जब मेरे चाचा ने मुझे छोड़ दिया है. इस दौरान चिराग पासवान ने पशुपति पारस के खिलाफ हुंकार भी भरी.
उन्होंने कहा कि मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं.. ना मैं पहले डरा हूं और ना ही आगे डरूंगा. बिहार की जनता हमारे साथ है, जनता दल यूनाइटेड की तरफ से बांटने की कोशिश की जा रही है. इन्होंने पहले भी दलितों को बांटने की कोशिश की है.