पश्चिम बंगाल को आज पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिल गई. ये वंदे भारत ट्रेन बंगाल के हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी रूट तक का सफर तय करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. बता दें कि पीएम मोदी की मां हीरा बा के निधन के चलते उन्होंने इस कार्यक्रम में VC के जरिए जुड़ने का फैसला किया था.
इस कार्यक्रम में एक नाटकीय घटनाक्रम तब देखने को मिला, जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंच पर बैठने से इनकार कर दिया. दरअसल, जैसे ही ममता कार्यक्रम में पहुंचीं, वहां मौजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' और बीजेपी जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए. इस नारेबाजी से ममता नाराज हो गईं और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान मंच पर न बैठने का फैसला लिया.
सीएम ममता बनर्जी की नाराजगी को देखकर सबसे पहले केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से नारेबाजी न करने का आग्रह किया. लेकिन कार्यकर्ता उनकी बातों को नजरअंदाज करते हुए नारेबाजी करते रहे. इसके बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी कार्यकर्ताओं को शांत करने की कोशिश की. लेकिन वे नहीं माने.
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि आज उनके लिए काफी खुशी का दिन है. जब वे रेल मंत्री थीं, तब उन्होंने तारातला जोका मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन किया था. उस समय प्रतिभा पाटिल वहां आई थीं. उन्होंने कहा कि उन 5 परियोजनाओं में से 4 उनके रेल मंत्री होने के समय की थीं. उन्होंने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि पीएम मोदी ने इसका उद्घाटन किया. उन्होंने आगे कहा कि अब उन्हें बेहाला में उनका ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द पूरा होता हु आ नजर आ रहा है.
ममता ने कहा कि जब वो रेलमंत्री थीं तो उन्होंने 50 विश्व स्तरीय स्टेशन के लिए एक पत्र प्रस्तुत किया था. इस लिस्ट में जलपाईगुड़ी का नाम भी शामिल था. ममता ने इस बात पर खुशी जताई की अब उनकी इच्छा पूरी हो सकेगी.
पीएम मोदी इस कार्यक्रम में इसलिए वर्चुअली उपस्थित हुए क्योंकि. पीएम की मां का शुक्रवार को निधन हो गया था. हीरा बा को मंगलवार को अचानक से सांस लेने में दिक्कत होने लगी थी. इसके अलावा उन्हें कफ की शिकायत भी थी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल के कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में भर्ती करा दिया गया था. डॉक्टरों ने उनकी मां का एमआरआई और सीटी स्कैन किया था. गुरुवार को अस्पताल की ओर से बयान जारी कर बताया गया था कि उनकी तबीयत में सुधार है. लेकिन शुक्रवार सुबह 3.30 बजे उनका निधन हो गया.
इससे पहले बुधवार को शाम 4 बजे पीएम नरेंद्र मोदी भी उनसे मिलने अस्पताल गए थे. यहां वह करीब डेढ़ घंटे उनके साथ रहे थे. डॉक्टरों से उनका हाल जाना था. इसके बाद वह दिल्ली रवाना हो गए थे. पीएम से पहले उनके भाई सोमाभाई के अलावा गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल हीरा बा का हाल चाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे थे.