प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से रविवार को लगातार दूसरे दिन मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्रियों ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को अपने राज्यों में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं की जानकारी दी. शासन के मुद्दों पर उनके साथ विचार-विमर्श किया. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल थे.
13 राज्यों के मुख्यमंत्री हुए शामिल
नई दिल्ली में हुई इस बैठक में 13 भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. इस बैठक में 15 डिप्टी सीएम भी शरीक हुए और साथ ही कई एनडीए शासित राज्यों के डिप्टी सीएम भी शामिल हुए.
बैठक में क्या बोले पीएम मोदी
इस बैठक में पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों को संदेश दिया. अपने भाषण में पीएम मोदी ने भाजपा शासित राज्यों में चल रही कल्याणकारी योजनाओं को सही ढंग से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इन्हें सुशासन के उदाहरण के रूप में देखा जाना चाहिए. सूत्रों ने बताया कि इस दौरान पीएम मोदी ने समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर गरीबों की मदद करने के लिए भाजपा द्वारा संचालित सरकारों के प्रयासों का जिक्र किया.पीएम मोदी ने इसकी जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, 'हमारी पार्टी सुशासन को आगे बढ़ाने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अथक प्रयास कर रही है.'
प्रधानमंत्री मोदी ने 'विकसित भारत' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार के बीच संयुक्त समन्वय पर जोर दिया। इस बैठक में नई शिक्षा नीति पर भी चर्चा हुई. 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करने पर भी हुई चर्चा. धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेजेंटेशन दिया.
क्यों अहम है ये बैठक
भाजपा द्वारा नियमित अंतराल पर आयोजित की जाने वाली इस 'मुख्यमंत्री परिषद' का उद्देश्य राज्यों में प्रमुख योजनाओं की समीक्षा करना, केंद्र सरकार की कल्याणकारी पहलों का क्रियान्वयन करना है. इस बैठक में योगी आदित्यनाथ, हिमंत बिस्वा सरमा, भजनलाल शर्मा समेत कई बीजेपी राज्यों के सीएम शामिल थे. यह बैठक केंद्रीय बजट पेश होने के बाद की जा रही है. यह लोकसभा चुनावों के बाद पहली बैठक भी है. जिसमें चुनाव नतीजों की समीक्षा होनी है. पिछली ऐसी बैठक फरवरी में हुई थी.