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Adani-Hindenburg row: LIC से लेकर बैंक तक... अडानी-हिंडनबर्ग विवाद पर दो महीने तक देशव्यापी प्रदर्शन करेगी कांग्रेस

अडानी-हिंडनबर्ग विवाद को लेकर कांग्रेस दो महीने लंबा देशव्यापी प्रदर्शन करने जा रही है. पार्टी पूरे देश में 6 से 10 मार्च के बीच सार्वजनिक बैंकों और LIC के कार्यालयों के सामने ब्लॉक-स्तरीय आंदोलन करेगी. 13 मार्च को राज्य मुख्यालय पर एक विशाल 'चलो राजभवन' मार्च का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद अप्रैल में विशाल महारैलियां आयोजित की जाएंगी.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

अडानी ग्रुप की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल खुलकर इस मुद्दे पर सवाल पूछ रहे हैं. अब कांग्रेस ने इसे लेकर देशव्यापी आंदोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी ने अडानी ग्रुप विवाद में देशव्यापी आंदोलन चलाने का फैसला किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार आम लोगों के पैसे का इस्तेमाल अपने करीबी दोस्तों की मदद के लिए कर रही है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है.

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कांग्रेस पार्टी ने अपना आंदोलन तेज करने और इस मुद्दे को सीधे जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को सभी जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने को कहा गया है, जहां राज्य के वरिष्ठ नेता मीडिया को संबोधित करेंगे. इसके बाद सभी राज्य इकाइयां अलग-अलग स्तरों पर आंदोलन की गतिविधियों का आयोजन करेंगी.

कांग्रेस की तय योजना के मुताबिक पूरे देश में 6 से 10 मार्च के बीच सार्वजनिक बैंकों और LIC के कार्यालयों के सामने ब्लॉक-स्तरीय आंदोलन आयोजित किए जाएंगे. मार्च के महीने में सभी जिला मुख्यालयों पर पर्दाफाश रैलियां आयोजित की जाएंगी. 13 मार्च को राज्य मुख्यालय पर एक विशाल 'चलो राजभवन' मार्च का आयोजन किया जाएगा.

अप्रैल के महीने में सभी राज्यों की राजधानियों में विशाल महारैलियों का आयोजन किया जाएगा, और इन्हें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और अन्य राष्ट्रीय स्तर के नेता संबोधित करेंगे. राज्य स्तर के सभी वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों/एमएलसी और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों, फ्रंट लाइन संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठों के नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को इन सभी आंदोलनों में भाग लेने के लिए कहा गया है.

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इससे पहले राहुल गांधी ने संसद में संबोधन के दौरान अडानी समूह पर जमकर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा था कि जब मैं भारत में सड़कों पर घूम रहा था तब मुझसे कई युवाओं ने कहा कि हम भी अडानी की तरह बनना चाहते हैं, स्टार्टअप करना चाहते हैं. राहुल ने युवाओं का नाम लेकर कहा कि युवा भी जानना चाहते हैं कि कैसे किसी भी बिजनेस में घुसकर तुरंत तरक्की पाई जाए?

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा सवाल करते हुए कहा था कि वे गौतम अडानी के साथ कितनी बार विदेश दौरे पर गए, अडानी को कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद कितने देशों के दौरे किए और पिछले 20 साल में अडानी ने बीजेपी को कितना चंदा दिया है? उन्होंने ये भी कहा था कि कभी पीएम मोदी, अडानी के प्लेन में उड़ान भरते थे और अब अडानी, मोदी के प्लेन में उड़ान भर रहे हैं. अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने एयरपोर्ट को विकसित करने के लिए ठेका दिया. तब नियम था कि कोई भी फर्म जिसके पास इस तरह के काम का कोई एक्सपीरिएंस नहीं है वो इस ठेके के लिए एप्लाई नहीं कर सकता है.

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