कांग्रेस में नेतृत्व बदलाव को लेकर जंग छिड़ गई है. आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता आमने-सामने आ गए हैं. बदलाव को लेकर लिखे गए वरिष्ठ नेताओं के पत्र पर राहुल गांधी ने बीजेपी के साथ मिलीभगत जैसे गंभीर इल्जाम लगाए हैं. इसके बाद से कांग्रेस के अलग-अलग नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. मीटिंग की गोपनीयता को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
पार्टी में जानकारी लीक होने का खतरा इतना ज्यादा है कि आज CWC की बैठक भी जूम ऐप पर नहीं बुलाई गई. बताया गया कि सुरक्षा के मद्देनजर जूम के बजाय Cisco WebEx पर मीटिंग की गई. इस ऐप के जरिए वीडियो मीटिंग में मौजूद लोग सिर्फ अपना ही वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं, पूरी मीटिंग की बातचीत रिकॉर्ड नहीं की जा सकती है, जबकि जूम ऐप पर ऐसा करना संभव है.
इसी बीच जब मीटिंग हुई तो तमाम किस्म की खबरें बाहर आने लगीं. नेता ट्वीट करने लगे. इस लड़ाई में कांग्रेस की पूर्व सोशल मीडिया हेड दिव्या स्पंदना राम्या भी कूद आईं. दिव्या स्पंदना ने आरोप लगाया है कि उन्होंने (पत्र लिखने वाले नेता) सिर्फ मीडिया को पत्र ही लीक नहीं किया है, बल्कि अभी चल रही कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग की भी हर जानकारी ये नेता मीडिया को लीक कर रहे हैं.
दिव्या ने ये भी लिखा कि राहुल गांधी से एक गलती हो गई, उन्होंने ये कहना चाहिए था कि इन नेताओं की सिर्फ बीजेपी ही नहीं, मीडिया से भी मिलीभगत है.
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में जमकर बवाल, राहुल के आरोपों पर भड़के आजाद और सिब्बल
गौरतलब है कि बीते 10 अगस्त को अंतरिम अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी का एक साल पूरा हो गया है. इस बीच पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने पहले ही सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व में बड़े बदलाव की मांग की थी. इस विवाद के बीच आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में भी कांग्रेस के सीनियर खेमे में भारी फूट नजर आई. राहुल गांधी ने तो यहां तक कह दिया कि जिन नेताओं ने ये चिट्ठी लिखी है वो बीजेपी से मिले हुए हैं.
राहुल गांधी के इस इल्जाम पर भी बवाल हो गया है. चिट्ठी लिखने वालों में शामिल गुलाम नबी आजाद ने दो टूक कहा कि अगर ये साबित हो जाए तो इस्तीफा दे दूंगा. वहीं, कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर राहुल के इस बयान पर आपत्ति जताई.
बहरहाल, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में फुल ड्रामा देखने को मिला है.