कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जोर पकड़ चुका है. चुनाव में उतरे दोनों प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल करने के बाद प्रचार शुरू कर दिया है. एक ओर तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर हैं और दूसरी ओर सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हैं. इस चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन में प्रचार करने के लिए गौरव वल्लभ समेत 3 प्रवक्ताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ, राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और सैयद नसीर हुसैन ने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. ये तीनों नेता अब मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे. गौरव वल्लभ ने बताया कि हम तीनों पार्टी अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव प्रचार के लिए आधिकारिक प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देते हैं और चाहते हैं कि यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में सीधी लड़ाई अब कांग्रेस सांसद शशि थरूर और वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच है. हालांकि इस बात पर चर्चा है कि खड़गे गांधी परिवार की पसंद हैं और वो लगातार बढ़त बनाए हुए हैं. इस बीच थरूर ने स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव से पीछे नहीं हटेंगे क्योंकि वह उन लोगों के साथ विश्वासघात नहीं करेंगे जो उनका समर्थन करते हैं.
सबसे पहले थरूर ने की थी घोषणा
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नोटिफिकेशन के बाद थरूर ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी. उनके सामने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन प्रदेश में आए सियासी संकट के बाद उन्होंने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. इस बीच दिग्विजय सिंह का नाम सामने आया था. हालांकि बाद में पार्टी के सीनियर लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे ने नामांकन किया.
थरूर से पूछा गया सवाल
जब शशि थरूर से पूछा गया कि क्या खड़गे पार्टी आलाकमान के आधिकारिक उम्मीदवार थे क्योंकि उनके नामांकन दाखिल करते समय कई शीर्ष नेता मौजूद थे, जबकि इसके उलट थरूर पार्टी कार्यकर्ताओं से घिरे हुए थे. इसका जवाब देते हुए थरूर ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष से आश्वासन के बाद मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है.
मैं कार्यकर्ताओं की आवाज बनना चाहता हूं: थरूर
यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव निर्विरोध होगा. थरूर ने कहा कि मेरा सवाल यह है कि मैं इतने लोगों के साथ विश्वासघात कैसे कर सकता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास दिखाया और मेरा समर्थन किया? मैं उन्हें नहीं छोड़ूंगा. थरूर ने आगे कहा, मुझे पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने के लिए कहा था. कांग्रेस के आम कार्यकर्ता पार्टी में बदलाव चाहते हैं और मैं उनकी आवाज बनना चाहता हूं और युवा कांग्रेस की आवाज भी.