केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के नेताओं ने सोमवार को विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकाला. इसके बाद कांग्रेसी नेता राष्ट्रपति भवन पहुंचे. वहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने राष्ट्रपति से अग्निपथ योजना को लेकर विरोध जताया. इस दौरान कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, अधीर रंजन चौधरी, पी. चिदंबरम, जयराम रमेश और के.सी. वेणुगोपाल ने मौजूद रहे.
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने राष्ट्रपति को दो ज्ञापन दिए. पहला ज्ञापन अग्निपथ योजना के विरोध में था. इसमें कहा गया कि योजना को लेकर सरकार हर रोज नए बदलाव लेकर आ रही है. इससे सशस्त्र बल की दक्षता कम होगी. कांग्रेसी नेताओं ने राष्ट्रपति से सशस्त्र बलों के लोकाचार की रक्षा करने का अनुरोध किया.
इसके साथ ही दूसरे ज्ञापन में जिक्र किया गया कि राहुल गांधी को ईडी की ओर से प्रताड़ित किया जा रहा है. वह अपने नेता के समर्थन में जब नारे लगा रहे थे तो पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के साथ बदसलूकी की. लिहाजा एक महिला सांसद तो आरएमएल में भर्ती हैं.
अग्निपथ योजना पर बोले खड़गे बोले- ऐसी योजना नहीं देखी
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मल्लिकार्जुन खड़ने ने कहा कि ईडी राहुल गांधी को प्रताड़ित कर रही है, कांग्रेस पार्टी की कुचलने की कोशिश चल रही है. सत्याग्रह में शामिल होने वाले कांग्रेस के लोगों को सताया गया. उन्हें हरियाणा और यूपी बॉर्डर पर रखा गया. अगर किसी को डिटेन करना है तो लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा चेयरमैन को जानकारी देनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने अग्निपथ योजना को लेकर कहा कि आज तक हमने ऐसी स्कीम नहीं सुनी है. हमने इस संबंध में राष्ट्रपति से चर्चा की है.