संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने पार्लियामेंट स्ट्रेटजी ग्रुप की बैठक बुलाई थी. यह बैठक लगभग एक घंटे चली. इस मीटिंग की अगुवाई खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे. कांग्रेस पार्टी ने संसद के मॉनसून सत्र के लिए फाइव प्वाइंट एजेंडा रखा है. इस एजेंडे के तहत कांग्रेस, किसान आंदोलन, पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि, मुद्रास्फीति, कोविड मिसमैनेजमेंट और बॉर्डर इशू को संसद में उठाएगी. मल्लिकार्जुन खड़गे अन्य विपक्षी दलों के साथ कोऑर्डिनेट करेंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया है कि दोनों सदनों के अंदर विपक्षी दलों के सभी सांसद एक साथ इस मुद्दे के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें. इसके लिए सभी कांग्रेस सांसदों को अन्य दलों के साथ कोऑर्डिनेट करने को कहा गया है.
विपक्षी दलों से संसद में बेहतर समन्वय
मॉनसून सत्र से पहले कांग्रेस की स्ट्रेटजी कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी ने सभी नेताओं को फ्लोर मैनेजमेंट पर जोर देने की बात कही है. बाकी विपक्षी दलों से बेहतर समन्वय बनाने को लेकर सोनिया गांधी ने नेताओं को खास ध्यान देने को कहा. सोनिया गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी का एक तरह का स्टैंड होना चाहिए.
पिछली घटनाओं को गिनाते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि इससे पहले कुछ मुद्दों पर राज्यसभा और लोकसभा में पार्टी के पक्ष में विरोधाभास रहा है. इससे पहले गुलाम नबी आजाद राज्यसभा में नेता विपक्ष थे और अक्सर अधीर रंजन चौधरी से तालमेल ना बैठने के चलते राज्यसभा और लोकसभा में पार्टी के रवैये में अंतर होता था.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल के तौर पर पार्टी एकजुट नजर आनी चाहिए. सोनिया गांधी ने मलिकार्जुन खड़गे से राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा पर भी ध्यान देने को कहा और कहा कि विपक्षी दलों से वह लोकसभा में भी लगातार बात करते रहें.
दरअसल लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी पार्टी के नेता हैं. ममता के घोर आलोचक होने की वजह से उनके और तृणमूल कांग्रेस के रिश्तो में कड़वाहट रही है. ऐसे में लोकसभा में सरकार को घेरने के लिए तृणमूल कांग्रेस को अपने खेमे में लेना कांग्रेस के लिए बेहद मुश्किल रहा है. कुल मिलाकर सोनिया गांधी चाहती हैं कि कांग्रेस मॉनसून सत्र में पूरे विपक्ष को एक साथ लेकर चले.
19 जुलाई से मॉनसून सत्र
गौरतलब है कि संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत 19 जुलाई से हो रही है. माना जा रहा था कि कांग्रेस पार्टी इस बार लोकसभा में अपने नेता को बदल सकती है.
पीके-राहुल की मीटिंग में शामिल हुई थीं सोनिया
बता दें कि बीते दिन चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की थी. राहुल गांधी के साथ इस मीटिंग में प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थीं. जबकि सोनिया गांधी इस मीटिंग में वर्चुअली शामिल हुई थीं.
प्रशांत किशोर की ओर से इस मीटिंग के लिए वक्त मांगा गया था. हालांकि, इसमें पंजाब को लेकर कोई मंथन नहीं हुआ है. लेकिन आगामी चुनावों में कांग्रेस किस तरह अपने प्रदर्शन को सुधार सकती है, प्रशांत किशोर की ओर से ये बताया गया.