कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुख्य मुकाबला है. अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग है, जिसमें 9000 से ज्यादा कांग्रेस के डेलिगेट्स वोट डालेंगे. राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई नेता 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हैं, जो पीसीसी सदस्य भी हैं. ऐसे में सभी के मन में सवाल है कि राहुल गांधी और उनके साथ भारत जोड़ा यात्रा में साथ चल रहे कांग्रेस डेलिगेट्स पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कैसे वोटिंग करेंगे?
पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में 7 सितंबर को कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई. भारत जोड़ो यात्रा का गुरुवार को 36वां दिन है और यह यात्रा कर्नाटक के बोम्मगोदानाहल्ली इलाके से आगे बढ़ रही है. यात्रा के 40वें दिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग होनी है. राहुल गांधी के साथ पैदल चल रहे यात्रियों में करीब 40 कांग्रेस डेलिगेट्स है, जो अध्यक्ष पद के चुनाव में वोटर हैं.
जयराम ने मधुसूदन मिस्त्री को लिखा खत
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. भारत जोड़ो यात्रा उस दिन आंध्र प्रदेश के कुरनूल से गुजर रही होगी. राहुल गांधी और उनके साथ चल रहे करीब 40 डेलिगेट्स के लिए कुरनूल में ही वोटिंग किए जाने की व्यवस्था की जाएगी. भारत जोड़ो यात्रा में शामिल डेलिगेट्स को वोट देने के लिए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मधुसूदन मिस्त्री को एक पत्र भेजा है. इस नोट में उन्होंने उन डेलिगेट्स के नाम लिखे हैं, जो लोग यात्रा के दौरान वोट करना चाहते हैं.
दिल्ली में होगी वोटों की गिनती
मधुसूदन मिस्त्री ने तय किया है कि भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस डेलिगेट्स को वोट करने के लिए सील कवर बैलेट पेपर भेजे जाएंगे. इसके लिए यात्रा स्थल पर बूथ बनाया जाएगा. राहुल गांधी सहित भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस के डेलिगेट्स अपना-अपना वोट डालेंगे. वोटिंग प्रक्रिया पूरा होने के बाद बैलेट बॉक्स पूरा मतदान होने के बाद दिल्ली लाया जाएगा. दिल्ली में मतगणना होगी.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए देश भर में पार्टी के 9000 से अधिक डेलिगेट्स (निर्वाचक मंडल के सदस्य) हैं, जो अपने-अपने राज्यों के पार्टी कार्यालय में वोट करेंगे. भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी यूपी के अमेठी से पीसीसी सदस्य हैं. इस तरह से उनका वोट भले ही यूपी में है, लेकिन यात्रा में होने चलते लखनऊ के बजाय कुरनूल में वोटिंग करेंगे. ऐसे ही भारत जोड़ो यात्रा में अलग-अलग राज्यों से करीब 40 डेलिगेट्स हैं, जो यात्रा के दौरान ही वोटिंग करेंगे.
19 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में वोटिंग प्रक्रिया गुप्त मतदान की होगी. यह किसी को पता नहीं चलेगा कि किसने किसे वोट दिया. राज्य के पीसीसी सदस्यों ने किस उम्मीदवार के लिए वोट दिया. इसका भी पता नहीं चलेगा, क्योंकि सभी मतपत्रों को एक साथ मिलाया जाएगा और उसके बाद मतगणना होगी. अध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस की सीक्रेट वोटिंग प्रक्रिया शशि थरूर अपना हथियार बना रहे हैं. कांग्रेस डेलिगेट्स अपनी इच्छा और विश्वास के अनुसार वोट कर सकते हैं.
अध्यक्ष पद के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह से गुप्त रहेगी. वोटिंग के बाद सभी राज्यों के वोट एक साथ मिलाकर 19 अक्टूबर को गिने जाएंगे, जिसके बाद रिजल्ट घोषित किया जाएगा. ऐसे में किस राज्य से किसे वोट मिला और किसने किसे दिया, यह सारे तथ्य सार्वजनिक नहीं हो पाएंगे. सोनिया गांधी और राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में तटस्थ रहने के ऐलान कर रखा है.