कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह के बीच तीन नई कमेटियों का गठन किया गया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह तीन कमेटी बनाई है. इस कमेटी में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को जगह नहीं दी गई है. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इन समितियों में जगह मिली है.
आर्थिक, विदेश मामलों और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी ने तीन कमेटियां बनाई हैं. तीनों कमेटियों में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का नाम शामिल है. पार्टी में बगावती सुरों के बीच इन समितियों में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और शशि थरूर को भी जगह मिली है.
बता दें कि जी-23 नेताओं में यह तीन नेता भी शामिल थे जिन्होंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी. याद रहे कि कांग्रेस के 23 नेताओं के एक समूह ने इस साल की शुरुआत में पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर पार्टी आलाकमान को एक पत्र लिखा था.
इन नेताओं को मिली जगह
आर्थिक मामलों को लेकर बनी समिति में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह का नाम शामिल है. वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर बनी कमेटी में राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद को शामिल किया गया है. विदेश मामलों को लेकर बनी समिति में पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को संयोजक बनाया गया है.
कार्यकर्ताओं को संदेश देने की कोशिश
कांग्रेस पार्टी में बगावत का बिगुल जोरों पर है और लगातार पार्टी में फैले भ्रम को लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं ऐसे में इन कमेटियों का गठन करना अपने आप में नेता और कार्यकर्ताओं को यह संदेश देना है कि सोनिया गांधी ना सिर्फ सक्रिय हैं बल्कि उस बगावती चिट्ठी में उठाए गए मसलों को लेकर काम भी कर रही हैं.
बता दें कि कपिल सिब्बल ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में पार्टी की राज्यों में हो रही हार को लेकर आत्ममंथन की बात कही थी. उनके इस बयान पर अशोक गहलोत ने कहा था कि पार्टी के अंतरिक मसलों को मीडिया में लाना ठीक नहीं है. इससे कार्यकर्ता आहत होते हैं. वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सिब्बल के बयान पर नाराजगी जताई थी.