कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर ने अपने साथ पक्षपात किए जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सीनियर नेता खड़गे जी को बुला रहे हैं और उनका स्वागत कर रहे हैं. ये केवल एक ही उम्मीदवार के लिए था, मेरे लिए नहीं था. मैं भी कई बार पीसीसी गया हूं, लेकिन वहां कोई अध्यक्ष नहीं था.
शशि थरूर ने कहा, ''मैंने कुछ नेताओं की वजह से कहा कि बराबरी नहीं है. कई राज्यों में पीसीसी अध्य्क्ष और बड़े नेता खड़गे जी को बुला रहे हैं, उनका स्वागत कर रहे हैं और लोगों को उनसे मिलने के लिए निर्देश भी दे रहे हैं. ये एक ही उम्मीदवार के लिए था, मेरे लिया नहीं था. मैं कई बार पीसीसी गया हूं लेकिन वहां अध्यक्ष नहीं था. मैं खुशी से साधारण कार्यकर्ताओं से मिला. मुझे ज़्यादा फर्क नहीं पडे़गा लेकिन क्या इस तरह के व्यवहार में फर्क नहीं है.''
इसी दौरान शशि थरूर ने कहा कि मैं जहां भी जा रहा हूं तो कार्यकर्ताओं से मिलकर लग रहा है कि वो बदलाव चाहते हैं. मैं भोपाल, पटना, गुवाहाटी और लखनऊ जाने वाला हूं. ये चुनाव पार्टी की मजबूती के लिए हैं. हम चुनाव लड़ रहे हैं कोई दुश्मनी की भावना नहीं है. खड़गे जी मेरे वरिष्ठ नेता हैं और मैंने उनके साथ काम किया है.
बदलाव के लिए करें वोट: थरूर
थरूर ने कहा कि मैं डेलिगेट्स से कह रहा हूं कि अगर आपको बदलाव चाहिए तो मुझे वोट करिए और अगर आपको लगता है कि सबकुछ ठीक है तो मुझे वोट मत दीजिए क्योंकि मैं बदलाव के लिए वोट मांग रहा हूं. मैं पार्टी में जनता को ऐसी नई ऊर्जा दिखाना चाहता हूं कि लोग पार्टी पर भरोसा रखें और दोबारा सत्ता में लेकर आएं.
सिस्टम में कई दिक्कतें: थरूर
थरूर ने ये भी बताया कि पार्टी में कई सालों से चुनाव नहीं हुए. इसलिए सिस्टम में कुछ दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि हमें पता है कि सिस्टम में कुछ कमियां हैं. हमें जो पहली लिस्ट मिली थी तो उसमें लोगों के नंबर ही नहीं थे तो उनसे कैसे संपर्क करते. दूसरी लिस्ट में भी गड़बड़ियां थीं. दरअसल, 22 साल से चुनाव नहीं हुए हैं इसलिए ये गलतियां हुईं.
17 अक्टूबर को होंगे चुनाव
कांग्रेस में 17 अक्टूबर को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने वाला है और 19 अक्टूबर को इसके नतीजे सामने आएंगे. शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों ने अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी पेश की है.