लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा. वहीं, किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के लिए दो मिनट मौन के बाद लोकसभा स्पीकर ने टिप्पणी की, जिसके बाद राहुल गांधी सदन से वॉकआउट कर गए. स्पीकर ने मौन पर कहा कि ये जिम्मेदारी आप लोगों ने मुझे सौंपी है. इसलिए मुझे तय करने दीजिए.
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा कि मैं बजट पर टिप्पणी नहीं करूंगा. मैं आज सिर्फ किसान के मुद्दे पर बोलूंगा जो किसान शहीद हुए हैं, उन लोगों को श्रद्धांजलि नहीं गई. मैं सभी सांसदों से कहना चाहता हूं कि भाषण के बाद 2 मिनट के लिए मौन रहूंगा, आप मेरे साथ खड़े हो जाइए. इसके बाद ही लोकसभा स्पीकर ने इस पर टिप्पणी की थी.
इससे पहले राहुल गांधी ने कृषि कानूनों पर पीएम मोदी के कंटेंट और इंटेट वाले बयान को उठाया. राहुल ने कहा कि पहले कंटेंट और इंटेंट पर बात कर लेते हैं. पहले कानून का कंटेंट है कि कोई भी व्यक्ति देश में कहीं भी कितना भी अनाज, फल सब्जी खरीद सकता है. अब जब देश में अनलिमिटेड खरीदी होगी तो मंडी में कौन जाएगा? पहले कानून का कंटेंट मंडी को खत्म करना है.
राहुल गांधी ने कहा कि दूसरे कानून का कंटेंट आवश्यक वस्तु अधिनियम को खत्म करना और जमाखोरी को बढ़ावा देना है. वहीं
तीसरे कानून का कंटेंट है कि जब देश का किसान देश के उद्योगपति के पास फसल का दाम मांगने जाएगा, गिड़गिड़ाएगा तो उसे सही कीमत के लिए अदालत जाने का अधिकार नहीं दिया गया है. राहुल ने कहा कि पहले फैमिली प्लानिंग का नारा था, हम दो हमारे दो, आज देश को चार लोग चलाते हैं, हम दो हमारे दो.
अनुराग ठाकुर का पलटवार
राहुल गांधी के बयान पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि समझ सकते हैं कि उनकी बजट पर चर्चा की तैयारी नहीं थी. वरिष्ठ सदस्य देश में भी कम रहते हैं और सदन में भी कम रहते हैं. अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के ‘हम दो, हमारे दो’ का भी जवाब दिया.
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