कांग्रेस ने पेगासस डील के खुलासे पर मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र को बंधक बना लिया है और मोदी सरकार का ये काम देशद्रोह है.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार ने संसद से झूठ बोला था, यह भी कि लोगों को ठगा गया था और नागरिकों से झूठ बोला गया था. हम सदन में जिम्मेदारी तय करेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लेने और दंडात्मक कार्रवाई शुरू करने के लिए कहते हैं.
यह 'लोकतंत्र का अपहरण' और 'देशद्रोह का कृत्य' है
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस लंबे समय से ऐसा कहती आ रही थी, "मोदी सरकार इजरायली निगरानी स्पाइवेयर पेगासस से अवैध और असंवैधानिक जासूसी रैकेट के कर्ताधर्ता हैं. इसमें पीएम मोदी खुद शामिल हैं!" यह एक बेशर्म 'लोकतंत्र का अपहरण' और 'देशद्रोह का कृत्य' है.
Shocking new expose in an international publication has now confirmed what we have long asserted
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 29, 2022
“Modi Govt the deployer & executor of illegal & unconstitutional snooping & spying racket through Israeli surveillance spyware Pegasus & PM Shri Modi is himself involved”
Statement- pic.twitter.com/hXjlgmNDBt
सभी सिक्योरिटी फीचर्स को हैक करने में सक्षम
सुरजेवाला ने कहा कि स्पाइवेयर पेगासस न केवल व्हाट्स ऐप के साथ-साथ फोन की सुरक्षा को ब्रेक करता है, बल्कि फोन के आसपास की सभी गतिविधियों को पकड़ने के लिए सेलफोन कैमरा और माइक्रोफोन तक भी पहुंचने में सक्षम है, इसके अलावा फोन की सभी सिक्योरिटी फीचर्स को हैक कर सकता है.
इसके अलावा यह पासवर्ड, कॉन्टैक्ट लिस्ट, टेक्स्ट संदेश और लाइव वॉयस कॉल को सुनने और भेजे गए संदेश को पकड़ने में भी सक्षम है. यह लोगों को झूठे आरोप में फंसाने के लिए नकली कंटेट को भी सेलफोन में प्लांट कर सकता है.
पूर्व PM, CM और मौजूदा केंद्रीय मंत्रियों की हुई जासूसी
कांग्रेस नेता ने अपने आरोपों में दावा किया कि मोदी सरकार ने राहुल गांधी और उनके स्टाफ सदस्यों की जासूसी करने के लिए पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया. कांग्रेस का दावा है कि इस स्पाईवेयर का प्रयोग पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कुमारस्वामी; भाजपा की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया; भाजपा कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, उनकी पत्नी और कर्मचारी; वर्तमान आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी पत्नी; केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ओएसडी; ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी पर भी किया गया. इसके अलावा प्रवीण तोगड़िया और दूसरे नेताओं की भी जासूसी की गई.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट के जज; चुनाव आयोग; सीबीआई निदेशक रहे आलोक वर्मा और उनकी पत्नी और परिवार; बीएसएफ के प्रमुख के के शर्मा; बीएसआई आईजी जगदीश मैथानी; रॉ अधिकारी जितेंद्र कुमार ओझा और उनकी पत्नी; भारतीय सेना के अधिकारी - कर्नल मुकुल देव और कर्नल अमित कुमार को भी पेगासस ने निशाना बनाया.
मीडिया घराने भी रहे निशाने पर
कांग्रेस का आरोप है कि पेगासस स्पाइवेयर के टारगेट सूची में वकील, एक्टिविस्ट और यहां तक कि पत्रकार भी शामिल थे. इनमें द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे, द मिंट, द वायर, इकोनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली, टीवी 18, द ट्रिब्यून, आउटलुक, डीएनए, न्यूजक्लिक, फ्रंटियर टीवी भी शामिल हैं.
सरकार ने संसद और जनता को धोखा दिया
कांग्रेस ने कहा है कि पेगासस मुद्दे पर देश के गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और आईटी मंत्री ने देश को धोखा दिया है. गृह मंत्री और गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में पेगासस की खरीद से इनकार कर भारत की जनता को धोखा दिया. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारत में पेगासस के प्रयोग को "निराधार" और "बेहद सनसनीखेज" बताकर पूर्व में प्रकाशित रिपोर्ट पर हमला किया था.