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सोनिया से गहलोत की अपील- बनी रहें पार्टी अध्यक्ष, नेताओं की चिट्ठी पर जताई हैरानी

लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है. वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोनिया गांधी के नेतृत्व को लेकर उठाए गए सवालों पर ही सवाल उठा दिए हैं.

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कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (फाइल फोटो)
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कुमारी शैलजा ने की नेतृत्व पर सवाल उठाने की निंदा
  • अधीर ने चिट्ठी लिखकर की पद पर बने रहने की अपील
  • हरीश रावत ने सोनिया के नेतृत्व को बताया समय सिद्ध 

सोनिया गांधी के कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष पद छोड़ने संबंधी खबरों को भले ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गलत बताया है. लेकिन इस खबर से पार्टी में हड़कंप मच गया है. पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक, हर दिशा से नेताओं के बयान आ रहे हैं. कोई सोनिया गांधी से पद पर बने रहने की अपील कर रहा है, तो कोई राहुल गांधी को कमान सौंपे जाने की बात कर रहा है.

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी समेत कई राज्यों के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से पार्टी का नेतृत्व करते रहने की अपील की है. उन्होंने 23 नेताओं के सोनिया गांधी को पत्र लिखे जाने पर भी हैरानी जताई. गहलोत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह मीडिया में लीक नहीं होना चाहिए था. इस कठिन समय में जब लोकतंत्र की जड़ों को बचाने की लड़ाई लड़ी जा रही है, सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि यदि सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ने का मूड बना ही लिया है, तो ऐसे में राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व संभालना चाहिए.

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लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है. वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सोनिया गांधी के नेतृत्व को लेकर उठाए गए सवालों पर ही सवाल उठाए हैं. सोनिया की करीबी मानी जाने वाली कुमारी शैलजा ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं के शीर्ष नेतृत्व की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने से ऐसा लग रहा है कि ये लोग पार्टी को कमजोर करने की साजिश में संलिप्त हैं. उन्होंने इसकी निंदा की है.

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'तानाशाही का मुकाबला कर रहे सोनिया-राहुल'

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गांधी परिवार के नेतृत्व की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि ऐसे समय में जब देश में अलोकतांत्रिक ताकतें चरम पर हैं, जनता महंगाई से त्राहिमाम कर रही है, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी भाजपा की तानाशाही का डटकर मुकाबला कर रही है. डोटासरा ने कहा है कि इस नेतृत्व का कोई और विकल्प नहीं हो सकता. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने भी ट्वीट कर कहा है कि सोनिया गांधी को अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए. वह पार्टी को इस कठिन समय में मजबूत नेतृत्व दे सकती हैं. उन्होंने कहा है कि जो लोग आवाज उठाना चाहते हैं, वे पार्टी फोरम में अपनी बात रख सकते हैं.

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कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी ट्वीट कर सोनिया गांधी से पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहने की अपील की है. शिवकुमार ने कहा है कि जो भी होगा, उसकी चर्चा मीडिया में नहीं बल्कि पार्टी फोरम में होगी. वहीं, तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष केएस अलागिरी ने कहा है कि सोनिया गांधी पार्टी को पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण में एकजुट बनाए रखने की क्षमता रखती हैं. उन्हें पार्टी का अध्यक्ष बने रहने चाहिए. कांग्रेस के सांसद बी मनिकम टैगोर ने भी सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि पार्टी केवल आपके या राहुल गांधी के हाथों में ही सुरक्षित है.

राहुल को नेतृत्व सौंपने की भी उठी आवाज

कई नेताओं ने सोनिया के नेतृत्व की तारीफ तो की, उनके नेतृत्व में पूरा विश्वास भी व्यक्त किया. लेकिन भविष्य को देखते हुए अध्यक्ष पद पर राहुल गांधी की ताजपोशी के लिए भी आवाज उठा दी. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि सोनिया गांधी ने हमेशा कांग्रेस को संकट से उबारा. उन्होंने सोनिया के नेतृत्व को समय सिद्ध बताते हुए कहा है कि उनका मार्गदर्शन पार्टी को देश के लोगों की पहली पसंद के रूप में स्थापित करेगा.

रावत ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भी तरीफ करते हुए उन्हें विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करने की क्षमता रखने वाला नेता बताया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कई साल तक कांग्रेस को नेतृत्व देने की क्षमता रखते हैं. पार्टी के कार्यकर्ता दिल से चाहते हैं कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनें.

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वहीं, सुष्मिता देव और वर्षा गायकवाड़ ने भी सोनिया के साथ राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ की है. वहीं, असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा है कि नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस का नेतृत्व राहुल गांधी को सौंपा जाए. उन्होंने साथ ही यह भी कहा है कि हाल ही में सोनिया गांधी और राज्यसभा सांसदों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हुई थी. बोरा ने कहा है कि उस बैठक में भी कांग्रेस का नेतृत्व राहुल गांधी को सौंपे जाने की अपील की थी.

 

 

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