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'BJP को तीनों राज्यों की बारात के दूल्हे अब तक नहीं मिले...', मुख्यमंत्रियों की रेस पर कांग्रेस का तंज

बीजेपी ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. पार्टी ने पीएम मोदी के चेहरे और सामूहिक नेतृत्व के दम पर तीनों राज्यों में जीत हासिल की. ऐसे में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री चेहरे का चुनाव करना है. मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर बीजेपी का मंथन जारी है. लेकिन अभी तक किसी भी राज्य में बीजेपी सीएम चेहरे का ऐलान नहीं कर पाई है.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो

मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है. चुनाव नतीजे आए 5 दिन हो गए, राज्यों की राजधानी से लेकर दिल्ली दरबार तक बैठकों का दौर जारी है. लेकिन बीजेपी तीनों राज्यों में सीएम चेहरे का ऐलान नहीं कर पाई है. ऐसे में अब कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने बीजेपी से पूछा कि वास्तव में देरी किस बात की है?

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यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, ''4 दिन बीत चुके है..भाजपा को तीनों राज्यों की बारात के दूल्हे अब तक नही मिले है, मीडिया में सन्नाटा छाया हुआ है.'' उधर, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी ट्वीट कर बीजेपी पर हमला बोला है. 
 
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 3 दिसंबर को चुनाव नतीजे आने के 24 घंटे से भी कम समय में तेलंगाना के सीएम की नियुक्ति में 'तथाकथित देरी' के लिए मीडिया में कांग्रेस की आलोचना की जा रही थी. हमारे सीएम रेवंत रेड्डी की घोषणा हो गई, उन्होंने पदभार भी संभाल लिया. लेकिन बीजेपी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए अपने मुख्यमंत्रियों की घोषणा भी नहीं कर पाई. देरी के लिए बीजेपी की आलोचना क्यों नहीं की जा रही है?
 
बीजेपी में जारी है बैठकों का दौर

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भाजपा ने हाल ही में हुए 4 विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल की. इन राज्यों में कांग्रेस को करारी हार मिली. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी पट्टी में अपनी पकड़ मजबूत कर ली. इस जीत को बीजेपी के लिए अहम माना जा रहा है. 

बीजेपी ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी बिना सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. पार्टी ने पीएम मोदी के चेहरे और सामूहिक नेतृत्व के दम पर तीनों राज्यों में जीत हासिल की. ऐसे में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री चेहरे का चुनाव करना है. बीजेपी आलाकमान न सिर्फ इन चेहरों के दम पर 2024 लोकसभा चुनाव के लिए सभी समीकरण साधने की कोशिश में है, बल्कि स्थानीय बगावत को भी रोकना चाहता है. 

मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर बीजेपी का मंथन जारी है. बीजेपी के 12 सांसदों ने संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, इन सभी ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. इन सांसदों में कई तीनों राज्यों में मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हैं. बीजेपी आज राज्यों में विधायक दल से बात करके राय जानने वाले केंद्रीय पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर सकती है.

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