आजतक के कार्यक्रम 'सीधी बात' में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लव जिहाद के सवाल टालते नजर आए. प्रभु चावला ने ध्रुवीकरण की चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह से लव जिहाद को लेकर सवाल पूछा. चावला ने कहा कि लव जिहाद को लेकर नई कहानी शुरू हो गई है. आपके छह सात राज्यों ने लव जिहाद को लेकर कानून बनाया है. इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि ये शब्द हम लोगों ने नहीं दिया है. इस पर चावला ने कहा कि आप लोगों ने यह शब्द नहीं दिया है लेकिन कानून तो बन रहे हैं ना.
राजनाथ सिंह ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, प्रलोभन और भय द्वारा धर्म परिवर्तन किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए. चावला ने कहा कि इसके लिए तो बहुत सारे कानून पहले से ही हैं. यह नया कानून बनाना ध्रुवीकरण का एक उदाहरण है. जब आईपीसी में पहले से ही धाराएं हैं जिनके तहत ऐसे लोगों को जेल में डाला जा सकता है फिर अलग कानून बनाने का मतलब है कि आप एक अलग मुद्दा बनाकर प्रोपगेंडा करके राजनीति करना चाहते हैं.
रक्षा मंत्री ने इसके जवाब में कहा कि आप राज्य सरकारों से इसपर बात करिए वे बतलाएंगी. मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि प्रलोभन देकर कोई धर्मपरिवर्तन कराने की कोशिश करता है तो यह बहुत बड़ा अपराध है. लव जिहाद कानून सही है या गलत इस सवाल पर राजनाथ ने कहा कि सभी लोग अपने-अपने धर्मों का पालन करें, मिलजुलकर साथ रहें. उन्होंने कहा कि, ''कई राज्यों में लोगों ने इसका दुरुपयोग किया है. इसलिए कानून लाने की जरूरत पड़ी है. जिन लोगों ने इसका दुरुपयोग किया है उन लोगों को देखकर ही कानून बनाने की जरूरत पड़ी है. व्यक्तिगत तौर पर धर्म परिवर्तन माना जा सकता है लेकिन जो कई लोगों के धर्मांतरण का सिलसिला सामने आने लगा है यह गलत है.''