सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली में ऑक्सीजन की भयंकर कमी है. तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए दिल्ली में सामान्य दिनों के मुकाबले कहीं ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन चाहिए. लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई बढ़ाने के बजाय हमारी सामान्य सप्लाई को भी कम कर दिया गया है. अब दिल्ली के कोटे को दूसरे राज्यों में बांट दिया गया है. दिल्ली में ऑक्सीजन इमरजेंसी हो गई है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को इस बारे में एक चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली के हिस्से का मेडिकल ऑक्सीजन दूसरे राज्यों को डायवर्ट कर दिया है. जिसे फिर से रिस्टोर करने की जरूरत है. इसके अलावा रोजाना 700 मैट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाई जाए क्योंकि दिल्ली में इसकी खपत बहुत तेजी से बढ़ी है.
वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रविवार को हमने 6,177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन अलग-अलग राज्यों को उपलब्ध कराने की योजना बना दी है. 20 अप्रैल के बाद महाराष्ट्र को 1500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दी जाएगी. दिल्ली को 350 मीट्रिक टन और उत्तर प्रदेश को 800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराया जाएगा.
वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, दिल्ली में कोरोना के हालात को टैकल करने के लिए कोविड अस्पतालों में लगातार बेहतरी लाने की जरूरत है.
बीजेपी का पलटवार
वहीं दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि आज कोविड महामारी के हालात में भी आम आदमी पार्टी घटिया स्तर की राजनीति कर रही है. वह पत्र लिखकर केंद्र सरकार के खिलाफ ओछी राजनीति कर रहे हैं.
दिल्ली में कोरोना से हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं. अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन आदि की किल्लत होने लगी है. इस बीच प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना बेड्स की कमी के मद्देनजर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने एक आदेश जारी किया है.
दिल्ली सरकार ने कहा है कि कोरोना के इलाज में लगे सभी नर्सिंग होम/प्राइवेट अस्पताल अपनी कुल क्षमता के 80 प्रतिशत ICU और नॉर्मल बेड कोरोना के लिए रिज़र्व करें. इन सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि बदली हुई बेड क्षमता के साथ अपडेट कोविड-19 डेटा मैनेजमेंट पोर्टल पर डिस्प्ले करें. दिल्ली सरकार के मुताबिक, कोरोना ट्रीटमेंट में लगे दिल्ली के 115 प्राइवेट अस्पतालों में ICU 100 प्रतिशत और नॉर्मल बेड्स 90 प्रतिशत तक भर चुके हैं. इसलिए बेड्स बढ़ाने के लिए ये आदेश जारी किया गया है.