तमिलनाडु दौरे के बाद शुक्रवार को दिल्ली में राहुल गांधी आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में किसान अधिकार दिवस का नेतृत्व करेंगे. नए कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुटता का संदेश देने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से दिल्ली में गवर्नर हाउस तक विरोध मार्च निकाला जाएगा. राहुल गांधी राजधानी में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विरोध मार्च का नेतृत्व करेंगे.
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने दिसंबर में राष्ट्रपति भवन में इसी तरह के विरोध मार्च निकालने की कोशिश की थी, लेकिन उनकी योजनाओं को दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया था. बताया जा रहा है कि इटली से आने के बाद राहुल गांधी का बैक टू बैक कार्यक्रम होगा.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा की थी कि पार्टी हर राज्य मुख्यालय पर 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाएगी और किसानों के समर्थन में एक जनआंदोलन शुरू करेगी. साथ नए कानूनों को रद्द करने की सरकार से गुहार भी लगाएगी.
इधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इंडिया टुडे से कहा, 'वो समय आ गया है, जब मोदी सरकार को किसानों द्वारा दी गई चेतावनी को समझने की जरूरत है क्योंकि अब इस देश में किसान 'करो या मरो 'की राह पर आगे बढ़ गया है.
14 जनवरी तमिलनाडु दौरे पर थे राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को तमिलनाडु का दौरा किया. पोंगल पर्व पर मदुरै में राहुल गांधी ने जलीकट्टू के आयोजन को देखा. इस दौरान वो तमिल संस्कृति के विरोधियों पर जमकर बरसे और किसानों के मसले पर मोदी सरकार को घेरा. राहुल गांधी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, "मैं यहां उन लोगों को संदेश देने आया हूं जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं और तमिल कल्चर को खत्म कर देंगे." राहुल ने कहा कि तमिल कल्चर देश के भविष्य के लिए जरूरी है.