फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स'(The Kashmir Files), कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय पर बनी फिल्म है, जिसे ऑडियंस से काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. लोग इस फिल्म को बहुत पसंद कर रहे हैं. फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग हो रही हैं, वहीं सोमवार को इसकी चर्चा संसद में भी हुई. किसी ने इसे टैक्स फ्री करने को कहा तो किसी ने बैन की मांग की.
देश भर में टैक्स फ्री हो फिल्म !
सोमवार को लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के लिए जम्मू-कश्मीर का बजट पेश किया. इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर के संबंध में 2021-22 के लिए अनुपूरक अनुदान मांगो का विवरण भी पेश किया गया था. बजट पर हो रही चर्चा में, जनता दल यूनीइटेड के सांसद सुनील पिंटू ने मांग की कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स को देश भर में टैक्स फ्री कर देना चाहिए.
ऐसी फिल्में बैन होनी चाहिए !
वहीं, लोकसभा में बसपा सासंद दानिश अली का कहना है कि चाहे कश्मीर फाइल्स हो या फिर गुजरात फाइल्स, घृणा फैलाने के लिए फिल्में नहीं बननी चाहिए. ऐसी फिल्मों को बैन करना चाहिए. सरकार को भले ही इससे फायदा होता हो. लेकिन ये राष्ट्र के लिए सही नहीं है.
'अगर कश्मीरी पंडितों के लिए अफसोस है, तो उन्हें दस्तावेज़ में शामिल करें'
वहीं, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने भी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर आपको कश्मीरी पंडितों के लिए अफसोस होता है, तो उन्हें दस्तावेज़ में शामिल करें. पिछले 60 सालों में कश्मीर में जो कुछ हुआ, वो अब बोरिंग हो गया है. आपकी सरकार को अब 7 साल हो गए हैं. अगर कोई बच्चा कुपोषित है, तो एक मां 7 साल में बच्चे को खाना खिलाएगी और उसे स्वस्थ बनाएगी!
आपको बता दें कि कश्मीरी पंडितों के पलायन और हत्याओं पर बनी यह फिल्म जब से रिलीज हुई है, इसने कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं. कई राज्य इसे टैक्स फ्री कर चुके हैं. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी निर्देश दिए हैं कि जो भी पुकिसकर्मी अपने परिवार के साथ या अकेला फ़िल्म 'The Kashmir Files' देखना चाहता है, तो उसे छुट्टी दी जाए.