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'मंगलुरु ब्लास्ट के आरोपी को बिना जांच के आतंकी घोषित कर दिया', डीके शिवकुमार ने BJP पर वोट बैंक की राजनीति का लगाया आरोप

Mangaluru Bomb Blast Case: कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मंगलुरु ब्लास्ट में हो रही जांच पर कई सवाल खड़े किए हैं. इस मामले में बसवराज बोम्मई सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के लिए इस घटना का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिना जांच के ही आरोपी को आतंकी घोषित कर दिया गया है.

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कर्नाटक कांग्रेस चीफ ने मंगलुरु ब्लास्ट की जांच पर उठाए सवाल (फाइल फोटो)
कर्नाटक कांग्रेस चीफ ने मंगलुरु ब्लास्ट की जांच पर उठाए सवाल (फाइल फोटो)

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने गुरुवार को मंगलुरु कुकर बम ब्लास्ट मामले में चल रही जांच पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच किए बिना ही घटना में शामिल आरोपी को आतंकवादी बता दिया गया. उन्होंने कहा कि पिछले महीने मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में हुआ कुकर बम ब्लास्ट एक चूक भी हो सकती है. एनआईए इस मामले की जांच कर रही है.

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डीके शिवकुमार ने कहा पूछा- ये आतंकवादी कौन हैं? क्या कार्रवाई की गई है? बिना जांच के वे किसी को आतंकवादी कैसे कह सकते हैं? अगर वे विस्तार से जाते तो हमें पता चल जाता. क्या यह मुंबई, दिल्ली, पुलवामा जैसी आतंकी घटना थी? कांग्रेस नेता ने कहा कि हो सकता है यह किसी की गलती हो, लेकिन इसे अलग तरह से पेश किया जा रहा है.

कार्नाटक कांग्रेस चीफ ने बीजेपी पर वोट बैंक के लिए इस घटना का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा- वे वोट आकर्षित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं. यह सिर्फ  उनकी वोट बटोरने की रणनीति है. ऐसा प्रयोग कभी किसी ने नहीं किया था और यह देश के इतिहास का अपमान है.

अपने बयान पर माफी मांगें शिवकुमार

वहीं बीजेपी ने कांग्रेस नेता के इस बयान पर पलटवार किया. बीजेपी प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा कि डीके शिवकुमार को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा- आतंकवादी कौन है यह पुलिस जांच के बाद तय करेगी. इतने साल मंत्री रहने के बाद अगर डीके शिवकुमार को बुनियादी जानकारी नहीं है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. 

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उन्होंने आगे कहा कि आतंकी गतिविधियों के आरोपियों के समर्थन में आना बेहद खतरनाक है. वह कर्नाटक के लोगों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं. उन्हें अपनी लापरवाह टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए.


 

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