चुनाव आयोग ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है. गुजरात और हिमाचल विधानसभाओं के आम चुनाव के अलावा एक लोकसभा और चार राज्यों में विधानसभा की छह सीटों पर उपचुनाव के लिए हुए वोटों की गिनती गुरुवार सुबह आठ बजे से होगी. सुबह आठ बजे से पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होगी. इसके आधे घंटे बाद ईवीएम के जरिए डाले गए वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी.
पोस्टल बैलेट की गिनती आधे घंटे में पूरी हो जाए तो ठीक वरना डाक मतपत्रों के साथ ही ईवीएम की भी गिनती शुरू हो जाएगी. चुनाव आयोग के मुताबिक हरेक विधानसभा क्षेत्र यानी सीट के लिए एक-एक पर्यवेक्षक यानी ऑब्जर्वर तैनात किया गया है.
इसके अलावा दोनों राज्यों में दो विशेष पर्यवेक्षक भी ग्राउंड पर तैनात होंगे, जिनके पास पल-पल की खबर होगी. इसके मद्देनजर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है. ईवीएम रखे जाने के स्ट्रॉन्ग रूम और उसके आसपास 500 मीटर के दायरे में चौबीसों घंटे पैनी निगरानी मतदान के समय से हो रही है.
मतगणना केंद्रों के आसपास सीआरपीसी की धारा 144 लागू
सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों की अचूक निगाहें भी चप्पे-चप्पे पर टिकी हैं. मतगणना केंद्रों के आसपास पांच सौ मीटर के दायरे में सीआरपीसी की धारा 144 लगाकर समर्थकों की भीड़ को नियंत्रित किया गया है. सिर्फ अधिकृत व्यक्ति जिनके पास चुनाव आयोग की ओर से जारी पास होगा, सिर्फ उन्हें ही मतगणना केंद्रों में दाखिल किया जा सकेगा.
हिमाचल और गुजरात की 250 सीटें और उपचुनावों की छह सीटों पर मतगणना का इंतजाम किया गया है. मतगणना के हर दौर के बाद रिटर्निंग अफसर के दस्तखत के साथ आंकड़े जारी किए जाएंगे. अगर हार-जीत का अंतर रिजेक्ट हुए पोस्टल बैलेट की संख्या से कम हो तो रिटर्निंग ऑफिसर रिजेक्ट हुए बैलेट पेपर्स को फिर से वेरिफाई करते हैं. फाइनल वेरिफिकेशन के बाद ही नतीजे घोषित किए जाते हैं.
हर मतगणना केंद्र पर इंटरनेट सुविधा के साथ मीडिया सेंटर बनाए गए हैं. वहां 6000 से ज्यादा मान्यता प्राप्त पत्रकारों को खबरें, वीडियो और चित्र के अलावा मतगणना के सभी अपडेट भेजने की सुविधा दी गई है. आम नागरिक नतीजों की लगातार जानकारी चुनाव आयोग की वेबसाइट https://results.eci.gov.in के अलावा वोटर हेल्पलाइन ऐप के जरिए भी ले सकते हैं.